ग्वालियर में महिलाओं की सुरक्षा में बड़ा कदम: पेट्रोल पंपों पर 24 घंटे खुले रहेंगे इमरजेंसी शेल्टर होम, परेशान शख्स को मिलेगी मदद

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ग्वालियर42 मिनट पहले
यदि आप नौकरी पेशा महिला हैं, छात्रा हैं और रात को लौटते समय परेशानी में फंस जाएं। आसपास कोई पुलिस सहायता केन्द्र न मिले तो आसपास दिखने वाले पेट्रोल पंप पर भी पहुंच सकती हैं, क्योंकि अब ग्वालियर के पेट्रोल पंपों पर इमरजेंसी शेल्टर होम बनाए जा रहे हैं। जहां पीड़ित को पहुंचने पर पंप संचालक व कर्मचारी पूरी सुरक्षा देंगे। जब तक पुलिस मदद नहीं मिलती या पीड़ित के परिजन नहीं आ जाते हैं, उनका ख्याल रखेंगे।
ग्वालियर में पड़ाव, कंपू व इंदरगंज थानों में 15 पेट्रोल पंप का चुनाव कर यहां इमरजेंसी शेल्टर होम के बैनर लगा दिए गए हैं। ग्वालियर पुलिस ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में यह कदम उठाया है। अभी प्रयोग के तौर पर तीन थानों में इसे लागू किया जा रहा है। जल्द पूरे शहर में इसे लागू किया जाएगा।

इस तरह बैनर लगाकर पेट्रोल पंप पर इमरजेंसी शेल्टर होम की दी जा रही जानकारी
ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी ने घर से लापता हुए बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग या किसी हादसे में सूनसान इलाके में घायल होने या लूट के शिकार लोगों की तत्काल मदद के लिए एक नई पहल की है। इसमें अस्थाई आपातकालीन आश्रय के रूप में पेट्रोल पंपों का चुनाव किया गया है।
इमरजेंसी शेल्टर होम हर पेट्रोल पंप पर बनाया जा रहा है। जैसे किसी सुनसान रास्ते पर कोई नौकरीपेशा महिला या छात्रा की स्कूटी पंचर हो जाती है या खराब हो जाती है। अब उसे आसपास कोई पुलिस सहायता केन्द्र नहीं मिल रहा है। उसके मोबाइल की बैटरी भी डाउन हो गई है। यदि उस महिला या छात्रा को कोई पेट्रोल पंप दिखता है तो वह वहां जाकर मदद ले सकती है। यहां इमरजेंसी शेल्टर होम में उसे रुकने दिया जाएगा।
यहां पेट्रोल पंप मैनेजर व कर्मचारी तत्काल उसकी मदद करते हुए पुलिस को सूचना देंगे। साथ ही लड़की के परिजन को भी अपने मोबाइल से कॉल करेंगे। यहां मदद न मिलने तक पीड़ित रह सकता है। इस दौरान उसे चाय पानी के लिए भी पूछा जाएगा, जिससे उसका टेंशन कम हो। यदि को बच्चा रास्ता भटक जाता है तो वह भी पेट्रोप पंप पर पहुंचकर इमरजेंसी शेल्टर होम पहुंच सकता है।
प्रयोग के तौर पर तीन थानों के 15 पेट्रोल पंप पर सेवा शुरू
प्रारंभिक तौर पर पुलिस ने इंदरगंज सर्कल के तीन थाने कंपू, पड़ाव व इंदरगंज के अन्तर्गत आने वाले 15 पेट्रोल पंपों का चुनाव किया है। यहां इमरजेंसी शेल्टर होम बनाए जा रहे हैं। यहां शेल्टर होम के बैनर लगा दिए गए हैं। यहां सेवा शुरू हो गई है और यहां के मैनेजर-कर्मचारियों को इसके लिए पुलिस ने ट्रेनिंग दी है। यदि कोई पीड़ित आता है, तो उससे किस तरह डील करें। उसके प्रारंभिक काउंसलिंग कर पुलिस को तत्काल सूचना दें। जिससे उसकी समय पर मदद हो सके। इसके बाद शहर और देहात के सभी पेट्रोल पंप पर इमरजेंसी शेल्टर होम बनाए जा सकें।
सुरक्षा के लिए सुरक्षित स्थान देना जरुरी, वेरीफिकेशन भी कराए
पुलिस अफसरों का कहना है कि पेट्रोल पंप पर इमरजेंसी शेल्टर होम बनाकर महिलाओं, छात्राओं व बच्चों को सुरक्षा देने से पहले इमरजेंसी शेल्टर होम को सुरक्षित करना भी जरुरी है। जिन पेट्रोल पंप का चुनाव हुआ है वहां के संचालक, मैनेजर से लेकर एक-एक कर्मचारी का पुलिस ने वेरीफिकेशन किया है। जिससे यह शेल्टर होम सुरक्षित हो सकें। ऐसा न हो कि यहां आने वाला और ज्यादा प्रताड़ना का शिकार हो जाए।
कोचिंग सेंटर पर पहुंचकर किया जाएगा प्रचार
– इस नई इमरजेंसी सर्विस के प्रचार प्रसार के पुलिस बड़े-छोटे कोचिंग सेंटर में पहुंचकर छात्राओं को बताएगी कि कैसे वह पुलिस की मदद ले सकते हैं। कोचिंग सेंटर के आसपास पोस्टर-बैनर लगातर प्रचार किया जाएगा। इसके अलावा गर्ल्स कॉलेज व स्कूल मंे भी पुलिस प्रचार-प्रसार के लिए पहुंचेगी।
पुलिस का कहना
इस पहल को लीड कर रही एडिशनल एसपी मृगाखी डेका का कहना है कि इस पहल के बाद महिला सुरक्षा को सबसे ज्यादा बल मिलेगा। यदि उन्हें लगता है कि कोई व्यक्ति उनका पीछा कर रहा है या बुरी नियत से किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है ऐसे वक्त में वह तत्कालीन पेट्रोल पंप पर पहुंचकर खुद को सेफ महसूस कर सकेंगी।
पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी पीड़ित के परिजन के साथ पुलिस को इसकी जानकारी दें सके। उनका यह भी कहना है कि इस पहल की जागरूकता के लिए कोचिंग सेंटर कॉलेज स्कूलो में भी जानकारियां पहुंचाई जा रही है ताकि इस सुविधा का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग ले सके।
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