ग्वालियर में तेज बारिश: सुबह से छाए थे बादल, दोपहर बाद बरसे, मौसत में घुली ठंडक

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ग्वालियर30 मिनट पहले

शुक्रवार रात तेज बारिश के बाद सड़कें हुई पानी से लबालब

  • – दो दिन में लगभग 17.9 MM पानी गिर चुका है

ग्वालियर में बीते दो दिन से मौसम सुहाना बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवातीय घेरे से ग्वालियर-चंबल अंचल में बारिश हो रही है। शुक्रवार सुबह से बादल छाए हुए थे। दोपहर होते-होते रिमझिम बारिश शुरू हुई तो रात को तेज बारिश में बदल गई है। जिसके बाद मौसम में ठंडक घुल गई। जहां रात का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस पर रहा है तो शुक्रवार को दिन में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक आकर टिक गया है। लगातार बारिश से किसानों के चेहरों पर उदासी छायी हुई है, क्योंकि बेमौसम बारिश से उनको नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग की माने तो फिलहाल ऐसा ही मौसम रहने वाला है। अगले 24 घंटे बादल छाए रहेंगे क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती घेरे से हवा के साथ नमी आ रही है और जो ग्वालियर-चंबल अंचल में बारिश करा रही है।

मौसम विभाग भलै ही कह दे कि मानसून की विदाई हो गई है, लेकिन ग्वालियर-चंबल अंचल में मानसून मेहरबान है। यहां बीते दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। उमसभरी गर्मी से राहत मिल गई है। गुरुवार को हल्की फुहारों ने दिन भर मौसम को सुहाना बनाया रखा तो शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे जो दोपहर होते-होते रिमझिम और रात को तेज बारिश में बदल गए। पूरे शहर में एक साथ बारिश हो रही है। शुक्रवार रात 8.30 बजे तक 4.9 MM बारिश दर्ज की गई थी, जबकि बीते 48 घंटे में 17.9 MM बारिश हो चुकी है। बारिश के बाद मौसम एक दम बदल गया है और लोगों को ठंडक का अहसास हो रहा है।
बंगाल में बना चक्रवातीय घेरा
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवातीय घेरे से शहर का मौसम बदल गया है। माैसम के जानकारों की माने तो बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। इन घेरों के चलते हवा में नमी आ रही है। इस वजह से ग्वालियर-चंबल संभाग का मौसम बदला हुआ है। अब तक 17.9 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत दिवस हल्की धूप निकली थी, लेकिन गत दिवस सुबह से काली घटाएं छाई रहीं। जिससे सूरज के दर्शन नहीं हुए। धूप नहीं निकलने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई। इस कारण लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली। शहर में बिजली खपत 53 लाख यूनिट तक पहुंच गई थी। अब यह घटकर 42 लाख यूनिट पर अा गई है। एसी व कूलर का लोड घट गया।
इन सिस्टम से प्रभावित हो रहा मौसम
– बंगाल की खाड़ी का चक्रवातीय घेरा उत्तर प्रदेश होते हुए हिमालय की तराई में जा रहा है। ग्वालियर-चंबल संभाग इसके दक्षिण हिस्से में है। इस कारण बादल छा रहे हैं। फुहारें बरस रही हैं। यह संभाग के नजदीक आने पर वर्षा में तेजी आएगी।
– पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है, जिससे अरब सागर से भी नमी आ रही है, जिसके चलते हवा में ठंडक है।
मौसमी बीमारियों का खबर
– इस तरह के मौसम से मौसमी बीमारियों का खतरा बना हुआ है। जेएएच की ओपीडी में ही मरीजांे की संख्या आम दिनों की तुलना में 30 से 40 फीसदी बढ़ गई है। ज्यादातर मरीज वायरल फीवर के हैं। इसलिए पल-पल बदलते इस मौमम में सेहद का ख्याल रखने की भी जरूरत है।

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