गैर छत्तीसगढ़ीया नेताओं के घर ईडी का छापा क्यों नहीं पड़ता- अमित बघेल

रिसाली में जबर हरेली का आयोजन हुआ
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना का आयोजन
रिसाली ,20 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जोहार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने दशहरा मैदान रिसाली में आयोजित जबर हरेली रैली को संबोधित करते हुए कहा कि क्या आप हमारे मरने का इंतजार कर रहे है। हम सबको अपने अधिकार के लिए बोलने के लिए कोई नहीं रोक सकता। तीन साल बाद विधानसभा का चुनाव होगा। तब आप प्रत्याशी को पूछना कि हमारे बच्चों के नौकरी अधिकार के लिए क्या करेंगे?

बीएसपी में स्थानीय भर्ती का नियम लागू नहीं है। अभी बड़ा ईडी का जोर चल रहा है। जब मेरे घर आयेगा तो गोबर खिलाऊंगा। गैर छग के नेताओं के घर ईडी का छापा आखिर क्यों नहीं पड़ता। हम सबको मिलकर ईडी के खिलाफ सड़क पर उतरकर आंदोलन करना होगा। हरेली मतलब किसान का तिहार है।चौबीस जुलाई को हरेली के दिन आप गेंड़ी जरूर खपाएं। हल ट्रैक्टर की पूजा करें।

छत्तीसगढ़ में लगातार स्कूल को बंद किये जा रहे है। यहां पर नया 67 शराब दुकान खोला गया है। बच्चों को स्कूल शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। लगभग 10 हजार स्कूल बंद हो रहा है। 57 हजार शिक्षकों की भर्ती को रोक दिया गया है। छत्तीसगढ़ की सरकार चिरहरण कर रही है। अब घर में अडानी मीटर लग रहा है। दिव्यांग लोग अपने अधिकार के लिए लड़ रहे है।उनको दौडा दौड़ा का मारा जा रहा हैं। यहां पर राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।
भारत के मूल निवासी आदिवासी है। हम सब उनके पिला है। आने वाले तीन साल बाद जब विधानसभा चुनाव होगा तो हम सब तीन साल बाद छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढीया की सरकार बनायेगे।
कार्यक्रम को छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में जबर हरेली तिहार के दौरान भिलाई में पैर रखने का जगह नहीं रहेगा।पचास साल अपने परिवार के लिए जी चुका हूं। अब अपने छत्तीसगढ के लिए काम करना चाहता हु। अब मैं छत्तीसगढ महतारी के दुराचार को बर्दास्त नहीं कर सकते है। अब ई वी एम नहीं बल्कि मतदान बैंलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। हम जब अपने अधिकार की बात कर रहे है तो कुर्सियां खाली हो गई है।
आपके दिया हुआ कासा की एक एक वस्तु सुरक्षित है। हम लोग बूढ़ादेव की मूर्ति बनाना चाहते है। लेकिन हमारा खिसा कमजोर है।इस्टीमेट बन गया है। हम लोग बूढ़ादेव का गगन चुंबीय मूर्ति बनाकर रहेंगे। हमारे नीयत में कोई खोट नहीं है। कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ के राज गीत आरपा पेरी के धार से हुई। सेना के भिलाई अध्यक्ष जागेश्वर वर्मा ने स्वागत भाषण दिया। रैली में शामिल लोककलाकारों का सम्मान पटका व प्रमाण पत्र भेंटकर किया गया।
महासचिव भूषण लाल साहु ने कहा कि अब हम सबको अपने बच्चों के रोजी रोजगार के लिए घर से निकलना पड़ेगा।कार्यक्रम में बस्तरिहा मांदरी, सुवा, पंथी, करमा, गेड़ी,अखाड़ा, राऊतनाचा, डंडानृत्य जैसे छत्तीसगढ़ के लगभग हर कलाविधा का रैली के रुप में प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों लोक कलाकार दस किलोमीटर की यात्रा की रैली अंबेडकर चौंक पावर हाउस से निकल कर सुपेला, सेंट्रल एवेन्यु होते हुए सभास्थल दशहरा मैदान रिसाली रात्रि 9बजे पहुंची। यहां पर हल और कृषि औजारों की पूजा के बाद छत्तीसगढ़ महतारी की महा आरती की गई।
कार्यक्रम समापन के बाद गुड़ के चीले एवं ठेठरी-खुरमी के महाप्रसाद का वितरण किया गया। सांयकाल में विश्वविख्यात पंडवानी गायिका ऋतु वर्मा का कार्यक्रम एवं रात में दुष्यंत हरमुख के निर्देशन में छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक मंच “रंगझरोखा” का मंचन हुआ।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री यशवंत वर्म, डॉ. अजय यादव, ललित बघेल,भूषण साहू, इंदु शंकर मनु, नागेस्वर वर्मा, अरुणा गंधर्व, चेतन चंदेल, देवेंद्र नेताम, रवि देवांगन, रूप कला श्रीवास सहित सरोज साहू ,रूखमणी साहू, ललित वर्मा ,ज्योति चंद्राकर,अश्वनी साहू, उत्तरा साहू रुपेंद्र वर्मा उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन सेना के प्रदेश महामंत्री यशवंत वर्मा ने किया।अंत में आभार प्रदर्शन ऋषि साहू ने किया।