समर्पण पूजा का आयोजन: यशोदेव सूरीजी के स्वर्गारोहण दिवस पर समर्पण पूजा की

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देवास37 मिनट पहले

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श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा करवाने वाले गुरुदेव आचार्य यशोदेव सूरीश्वरजी की स्वर्गारोहण तिथि एवं आचार्य जयघोष सूरीश्वरजी के समाधि मंदिर की आगामी प्रतिष्ठा के अवसर पर समर्पण पूजा का आयोजन हुआ। साध्वीजी राजरत्नाश्रीजी आदिठाणा 14 एवं अमिपूर्णाश्रीजी तथा अमिदर्शाश्रीजी आदि ठाणा 9 ने महोत्सव में निश्रा प्रदान की। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रभु की अष्टप्रकारी पूजन की एवं प्रभु तथा गुरुदेव भक्ति का लाभ प्राप्त किया। इस संगीतमय आयोजन का लाभ दीपक कुमार विमलचंद जैन परिवार ने प्राप्त किया। मुंबई के ब्रास बैंड की धुन पर थिरकते हुए भक्तों ने आयोजन को सम्पादित किया।

साध्वीजी ने प्रवचन भी दिए। कहा-यशोदेव सूरी ने अपने जीवन में 36 करोड़ नवकार महामंत्र की आराधना करके वचन सिद्धि प्राप्त की। देवास स्थित भारत प्रसिद्ध श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी आपके कर कमलों द्वारा सम्पादित हुई थी। इस अवसर पर हुई समर्पण पूजा में अष्टप्रकारी पूजन एवं द्रव्य समर्पण का आयोजन हुआ। संपूर्ण मंदिर परिसर को कलात्मक रंगोली से सजाया गया तथा गुरुदेव की 36 प्रदक्षिणा की गई। प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि 29 अक्टूबर को ज्ञान पंचमी दिवस पर ज्ञानोत्सव मनाया जाएगा।

देव वंदन तथा ज्ञान, ज्ञानीजन एवं ज्ञान के उपकरण की पूजन की जाएगी। 30 अक्टूबर को प्रात: 9 बजे पार्श्व पद्मावती 108 महापूजन होगा। सकल श्री संघ का स्वामी वात्सल्य होगा। 31 अक्टूबर को राजनिधि शापिंग मॉल का आयोजन होगा नियम लेने वालों को प्रभावना बांटी जाएगी।

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