गुना में धूमधाम से मनाई गयी दीपावली: उत्साह और उमंग से किया लक्ष्मी जी का स्वागत

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गुना3 घंटे पहले
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दीवाली की खरीददारी के लिए बाजार में काफी भीड़ रही।
जिलेभर में दीपावली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इस बार शाम 5 बजे के बाद ही लक्ष्मी पूजा की जा सकेगी। दिन में पूजा के मुहूर्त नहीं हैं। उधर, रविवार को बाजार में खरीददारों की खासी भीड़ रही। हालांकि, व्यापार उतना उत्साहपूर्ण नहीं रहा, जितनी व्यापारी उम्मीद कर रहे थे। केवल दीपावली से संबंधित सामग्री का ही व्यापार तेज रहा।
बता दें कि इस बार कार्तिक अमावस्या दिवाली की शाम से ही शुरू हो रही है। इसलिए शाम 5 बजे के बाद ही लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त हैं। 5 बजे से पहले लक्ष्मी पूजन नहीं की जा सकेगी। अगले दिन सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, इसलिये शाम और रात के समय ही पूजा हो पाएगी। 2000 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है। 2000 साल बाद दीपावली पर बुध, गुरु, शुक्र और शनि खुद की राशि में रहेंगे। साथ ही लक्ष्मी पूजा के समय पांच राजयोग भी रहेंगे। ये ग्रह योग सुख-समृद्धि और लाभ का संकेत दे रहे हैं। इसलिए इस बार दिवाली बहुत शुभ रहेगी।
ऐसी रहेगी स्थिति
दीवाली का त्योहार: 24 अक्टूबर 2022 को
कार्तिक अमावस्या शुरू : 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट से
कार्तिक अमावस्या समाप्त : 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 18 मिनट तक
प्रदोष व्रत पूजा: 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 50 मिनट से रात 8 बजकर 22 मिनट तक
पंचांग के अनुसार, सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को दोपहर बाद 2 बजकर 29 मिनट पर लगेगा। इसलिए सूतक काल 12 घंटे पहले यानी रात को 2 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं नजर आएगा। ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण में सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले से लग जाता है। इस बार दीवाली पर महानिशीथ काल भी लग रहा है जिसका समय 24 अक्टूबर को रात 10: 55 बजे से 25 अक्टूबर को दोपहर 1:53 बजे तक है।
प्रशासन अलर्ट मोड़ पर
उधर त्योहार को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है। के जगह ट्राफिक रोका गया है। सदर बाजार में वाहनों की एंट्री बंद रहेगी। केवल दोपहिया वाहन ही जा सकेंगे। कई जगह वन वे रोड किया गए हैं। त्योहार में किसी भी घटना की संभावना के मद्देनजर दो फायर ब्रिगेड तैनात की गई हैं। एक फिर ब्रिगेड स्थायी रूप से दशहरा मैदान में लगाई गई है। वहीं पर पटाखों की दुकानें लगी हैं। व्यापारियों को आज अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है। इस बार वैसे भी पटाखों की कीमत 30-35 प्रतिशत तक बढ़ गयी है। फिर भी उम्मीद जताई जा रही है कि दो वर्षों से कोरोना की पाबंदियों के कारण त्योहार उस उत्साह से नहीं मना पाए थे। लेकिन, इस बार कोई पाबंदी नहीं है। इसलिए नागरिक उत्साह और उमंग से त्योहार मनाएंगे और पटाखों की बिक्री भी खूब होगी।
ये पूजन सामग्री रखें
दीपावली में पूजन में कमल, गुलाब के पुष्प, फलों में सीताफल, श्रीफल, अनार, सिंघाड़ा और सुगंध में केवड़ा, गुलाब, चंदन और अनाज में चावल, नैवेद्य में हलुवा, वस्त्रों में रेशमी वस्त्र वह भी लाल, पीला और गुलाबी रंग का उपयोग करना चाहिए। वहीं घरों में बैठी लक्ष्मीजी का विग्रह और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में खड़ी लक्ष्मी जी का विग्रह का पूजन करना चाहिए।
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