गुना के ठेकेदार को लगाया 1.75 करोड़ का चूना: इंदौर की कंपनी ने ठेकेदार को दिए चेक; बैंक में करा दिया ‘स्टॉप पेमेंट; पढ़िए पूरा मामला…

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- Indore Company Gave Checks To The Contractor; On The Other Hand, ‘stop Payment’ Was Done In The Bank; Read The Full Story…
गुनाएक घंटा पहले
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जिले के एक ठेकेदार से दूसरे ठेकेदार ने 1.75 करोड की धोखाधड़ी कर दी। एक तरफ उसने 1.75 करोड़ के चेक ठेकेदार को दे दिए, दूसरी तरफ बैंक में चेक कक ‘स्टॉप पेमेंट’ करा दिया। ठेकेदार ने बैंक में चेक कैश करने लगाए तो उसके होश उड़ गए। बैंक ने जवाब दिया कि इन चैकों का पेमेंट रोक दिया गया है। इस अजीब तरह की धोखाधड़ी का मामला पहली बार सामने आया है। विधिवत टेंडर और एग्रीमेंट होने के बाद भी ठेकेदारों ने धोखाधड़ी कर डाली। अब इस मामले में दो महिलाओं और एक पुरुष पर FIR दर्ज की गई है। उन पर आपराधिक षड्यंत्र रचने और धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
यह है पूरा मामला
शहर की हनुमान कॉलोनी में रहने वाले अजय कुमार जैन(54) ने बताया कि वह अवनि कंन्सट्रक्शन के नाम से ठेकेदारी का व्यवसाय करता है। उनकी फर्म अवनि कंस्ट्रक्शन गुना को मप्र लघु उद्योग मर्यादित भोपाल के द्वारा शुगर मिल इंडस्ट्रियल एरिया ग्राम गोगापुरा तहसील महीदपुर जिला उज्जैन को जमींदोज कर उसकी समस्त सामग्री को क्रय करने और उस जगह पर रोड निर्माण किये जाने के लिए वैधानिक टेंडर के माध्यम से 13 अप्रैल 2022 को ठेका मिला था। विभाग में निर्धारित राशि जमा करने पर उनकी फर्म को वर्क ऑर्डर मिला।
इसी हैसियत से उनकी फर्म ने पेपर प्रकाशन के माध्यम से उपरोक्त शुगर मिल को जमींदोज कर निकलने वाले स्क्रेप, मिट्टी, स्टील, ईंट, मेटल को विक्रय करने हेतु जाहिर सूचना जारी की। विज्ञप्ति के बाद इंदौर की कामपानी मून स्टार एंटरप्राइजेस ने मटेरियल को खरीदने का अनुरोध किया। दोनों कंपनियों के बीच आपसी सहमति हो जाने पर शुगर मिल को जमींदोज कर निकलने वाले मटेरियल को 7.75 करोड़ में खरीदने का एग्रीमेंट हुआ। इंदौर की इस फर्म के तीन डायरेक्टर थे। अतुल खंडेलवाल, सीमा खंडेलवाल और आयुषी खंडेलवाल। कंपनी की बोर्ड मीटिंग में डायरेक्टर आयुषी खंडेलवाल को इस पूरे मामले में डील करने के लिए नियुक्त किया गया।
आयुषी खंडेलवाल और अजय जैन के बीच हुये एग्रीमेंट में तय की गई शर्तों के अधीन अजय जैन ने 10 मई 2022 को शुगर मिल हैंडओवर कर दी गयी। इस दौरान 6 करोड़ रुपये(नगद और बैंक) अजय जैन की कंपनी को दे दिए गए। एग्रीमेंट के अनुसार शेष राशि 1.75 करोड़ तीन महीने में देने का तय किया गया। सहमति होने के बाद कंपनी ने शुगर मिल जमींदोज होने पर पूरा मटेरियल उठा लिया।
पैसे मांगे तो थमाए चेक
एग्रीमेंट में तय की गई समय सीमा पूरी हो जाने के बाद अजय जैन ने बाकी पैसे देने के लिए ठेकेदारों से कहा। इस पर कंपनी के डायरेक्टर अतुल खंडेलवाल ने मून स्टार इंटरप्राईजेज प्राईवेट लिमिटेड के बिजनेस बैंक के अलग-अलग चेक दे दिए। उसने 31 अगस्त को अलग-अलग राशि के कुल 7 चेक अजय जैन के कंपनी के नाम दे दिए। अजय जैन को तीनों ने कहा कि वह चेक लगाकर अपने बाकी के पैसे निकाल ले।
उधर कर दिया खेल
इन्ही चैकों के जरिये धोखाधड़ी का पूरा खेल हुआ। एक तरफ अजय जैन को चेक दे दिए, वहीं दूसरी तरफ बैंक जाकर इन चैकों पर ‘स्टॉप पेमेंट’ करा दिया। अजय जैन चैकों को बैंक में लगा पाते, उससे पहले ही इनके पेमेंट को रुकवा दिया गया। जब अजय ने उनकी बैंक में चैकों को कैश करने के लिए लगाया, तो बैंक ने जवाब दिया कि इन पर पेमेंट नहीं हो पायेगा। इन पर पेमेंट स्टॉप करा दिया गया है। बैंक के जवाब के बाद अजय जैन ने कंपनी के डायरेक्टर से पैसे के लिए बात की तो उन्हें कोई सही जवाब नहीं दिया गया। न ही पैसे दिए गए।
आपराधिक षड्यंत्र का केस
अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास होने के बाद उन्होंने कोतवाली पहुंचकर आवेदन दिया। उनके आवेदन पर पुलिस ने FIR दर्ज की। आरोपियों पर आपराधिक षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। मून सतर एंटरप्राइजेस के तीनों डायरेक्टर अतुल खंडेलवाल, सीमा और आयुषी खंडेलवाल निवासी इंदौर को आरोपी बनाया गया है। FIR होने के बाद पुलिस ने भी अपनी कार्यवाई शुरू कर दी है।
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