गर्भवती महिलाओं के लिए स्‍वास्‍थ्‍य शिविर: रीवा में 69 हाई रिस्‍क महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य की हुई जांच, अच्छा कार्य करने पर कलेक्‍टर ने आशा कार्यकर्ताओं को दिया प्रशस्ति पत्र

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रीवा25 मिनट पहले

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रीवा जिले में 69 हाई रिस्‍क महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य की जांच की गई। बताया गया कि किलकारी अभियान के तहत हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जा रहा है। साथ ही क्रमश: विकासखण्‍ड बार शिविर लगाकर स्‍वास्‍थ्‍य की जांच की जा रही है। ऐसे में गुरुवार को गंगेव विकासखण्‍ड और जवा विकासखण्‍ड सहित शहरी क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य की जांच की गई।

शिविर में पहुंची महिलाओं की पैथालॉजी जांच, सोनोग्राफी जांच और कम ब्लड मिलने पर खून चढ़ाया गया है। चर्चा है कि जवा क्षेत्र की कई गर्भवती महिलाओं का स्‍वास्‍थ्‍य असामान्‍य पाए जाने पर जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। दावा है कि पांच महिलाओं में हीमोग्‍लोबिन की मात्रा कम पाए जाने पर उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कर खून चढ़ाया जा रहा है।

कलेक्‍टर मनोज पुष्‍प ने दूरस्थ गांव से हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को शिविर में लाने पर मैदानी अमले की हौसला अफजाई की। स्‍वास्‍थ्‍य जांच के लिए शिविर तक लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं को कलेक्‍टर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही कलेक्टर ने सभी को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

कहा कि गर्भावस्था के दौरान खून की कमी के कारण कई महिलाएं हाई रिस्क हो जाती हैं। स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रापर जांच कर आवश्यक सलाह दी जा रही है। जिन गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई गई है। उनकी जांच कर खून चढ़ाने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं।

शिविर में प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच एवं सोनोग्राफी की की जा रही है। आवश्यक होने पर उन्हें निर्धारित मात्रा में खून चढ़ाया जा रहा है। शिविर में प्रत्येक हाई रिस्क गर्भवती महिला की जांच एवं समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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