खरगोन में टैंट लगाकर खाद का वितरण: किसानों के बैठने के लिए लगाई गई कुर्सियां, 1 पावती पर मिल रहा 3 बोरी खाद

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खरगोन3 मिनट पहले

जिले में इस साल पर्याप्त बारिश होने से रबी सीजन के रकबे में बढ़ोतरी हुई है। इस साल जिले में 3 लाख 51 हजार हैक्टेयर में रबी फसलों की बोवनी प्रस्तावित की गई है। जबकि गत वर्ष जिले में 3 लाख 22 हजार हेक्टेयर में ही बोवनी हुई थी।

रबी फसल को लेकर कृषि विभाग के उप संचालक एमएल चौहान ने बताया कि इस वर्ष रबी फसल के रकबे में करीब 28 हजार हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। जिले में रबी सीजन के दौरान किसानों के लिए पर्याप्त खाद और बीज की व्यवस्था की गई है।

कृषि उपसंचालक चौहान ने बताया कि फिलहाल जिले में बोवनी का दौर जा रही है। जिले में अभी उर्वरक का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। शुक्रवार की स्थिति में 7053 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। सहकारिता में 3400 एमटी और निजी विक्रेताओं के पास 1849 एमटी स्टॉक है। इसी प्रकार डीएपी 791 एमटी और एनपीके 3768 एमटी उपलब्ध है।

कृषि उप संचालक चौहान ने बताया कि किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं है। माह नवंबर के लिए 5000 एमटी यूरिया की ओर 5000 एमटी डीएपी की मांग की गई है। वहीं जिले खाद वितरण केंद्र पर किसानों को परेशानी ना हो। इसलिए केंद्र के बाहर धूप से बचने के लिए टेंट और कतार ना लगे इसलिए बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है।

1 पावती पर किसान को दिया जा रहा है 3 बोरी खाद

खरगोन के उमरखली रोड स्थित खाद वितरण केंद्र पर किसानों को 1 पावती पर तीन बोरी खाद दिया जा रहा है। खाद लेने के लिए आदिवासी अंचल से बड़ी संख्या में किसान खाद लेने के लिए पहुंच रहे है। खाद वितरण केंद्र पर किसानों को नगद राशि पर खाद विक्रय किया जा रहा है। इसके साथ ही वितरण केंद्र पर 1 निजी वितरक का भी काउंटर लगाया गया है। ताकि किसान अपनी सहूलियत के अनुसार खाद ले सके। अधिकारियों से इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।

इस साल बढ़ा है चने का रकबा

उपसंचालक चौहान ने बताया कि सबसे अधिक वृद्धि चने के रकबे में होगी। इस वर्ष जिले में करीब 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर में चने की बोवनी का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि गत जिले में 1 लाख 14 हजार हेक्टेयर में ही चने की बोवनी हुई थी। इस वर्ष गेहूं के रकबे में करीब ढाई हजार हेक्टेयर में वृद्धि होगी। इस बार जिले में 2 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी प्रस्तावित है। जबकि गत वर्ष 1 लाख 97 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हुई थी। इसके साथ ही अन्य रबी फसल गन्ना, मटर, मसूर, सरसों आदि के रकबे में भी आंशिक वृद्धि हुई है।

इतना उत्पादन का अनुमान

जिले में इस वर्ष गेहूं का प्रति हेक्टेयर उत्पादकता करीब चार क्विंटल प्रस्तावित की गई है। जबकि गत वर्ष 3 क्विंटल 869 किलोग्राम उत्पादन प्रति हेक्टेयर हुआ। इस प्रकार चने का प्रति हेक्टेयर 2 क्विंटल प्रस्तावित किया गया है। जबकि गत वर्ष 1 क्विंटल 967 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर उत्पादन हुआ।

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