क्राइम ब्रांच ने पकड़ी फर्जी SDM: इंदौर के व्यापारी की शिकायत पर पकड़ी गई तो क्राइम ब्रांच पर भी रौब झाड़ा

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Indore
  • The Businessman Of Indore Was Threatened Instead Of Money, If Caught, The Crime Branch Was Also Attacked

इंदौर4 मिनट पहले

क्राइम ब्रांच ने फर्जी एसडीएम महिला को पकड़ा है। वह इंदौर (गौतमपुरा) के एक व्यापारी को धमका रही थी। बताया जाता है कि कुछ दिन पहले महिला यहां खरीदारी करने पहुंची थी। सामान लेने के बाद व्यापारी ने बिल चुकाने का कहा तो रुपए देने की जगह उसे जेल भिजवाने की धमकी दे दी। इस मामले में सीधे क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने अपने आप को एसडीएम बता रही महिला को हिरासत में लेकर महिला थाने भेज दिया गया। यहां भी वह महिला पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ती रही। उसे क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में पेश किया है। महिला के पास से राज्यपाल के हस्ताक्षर किया हुआ एक पत्र भी मिला है। क्राइम ब्रांच इसकी भी जांच कर रही है कि ये पत्र असली है या नकली।

डीसीपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक इंदौर (गौतमपुरा) के एक व्यापारी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने खुद को एसडीएम बता रही महिला नीलम पाराशर को पकड़ा है। आरोपी महिला खुद को देपालपुर इलाके की एसडीएम बताती थी। इसके चलते यहां पर वह कई लोगों से रंगदारी भी करती थी। एक व्यापारी की शिकायत के बाद उसे क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।

राज्यपाल के हस्ताक्षर से जारी किया गया पत्र भी महिला के पास से बरामद किया है। क्राइम ब्रांच इसकी सच्चाई का पता लगा रही है।

राज्यपाल के हस्ताक्षर से जारी किया गया पत्र भी महिला के पास से बरामद किया है। क्राइम ब्रांच इसकी सच्चाई का पता लगा रही है।

महिला बाल विकास और पीडब्लयूडी में नौकरी के नाम पर भी झांसा
डीसीपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक क्राइम ब्रांच को सूचना मिली है कि उसने महिला बाल विकास और पीडब्लयूडी जैसे विभागों में भी नियुक्ति के नाम पर लोगों से रुपए ऐंठे हैं। इस मामले में महिला से अभी पूछताछ जारी है। इसके साथ ही उसके पास से राज्यपाल मंगू भाई का नियुक्त पत्र भी मिला है। जिसमें खुद के ट्रांसफर की बात कही गई थी।

एसडीएम की पढ़ाई की, लेकिन बन नहीं पाई
क्राइम ब्रांच के मुताबिक फर्जी महिला एसडीएम के बारे में सूचना मिली है कि वह एमपीपएससी के जरिए राज्य प्रशासनिक अधिकारी पद के लिये तैयारी कर रही थी। लेकिन वह सिलेक्ट नहीं हो पाई। उसने कई अधिकारियों को देखने के बाद उनके ही लहजे में ही काम करना शुरू कर दिया। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक उसके बोलने ओर चलने फिरने के साथ रहन सहन पूरा अधिकारियों जैसा दिखता है। अभी यह जांच की जा रही है कि इतने नियुक्त पत्र ओर लेटर उसके पास कहां से आए थे।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button