नेता तहसील गेट पर दे रहें थे धरना: तहसीलदार नें नेता को दी समझाइश, नहीं माने तो भेज दिया जेल

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जबलपुर3 घंटे पहले
जबलपुर में एक नेता जी को बिना सूचना के ज्ञापन के लिए तहसीलदार को रोकना और फिर तहसील परिसर पर हंगामा करना महंगा पड़ गया। तहसीलदार ने नेता जंग बहादुर के खिलाफ शांति भंग करने, हंगामा करने सहित कई मामलों के तहत कार्रवाई करते हुए धारा 151 लगाकर उन्हें जेल भेज दिया। मामला शहपुरा तहसील का है जहाँ पर की नेता जंग बहादुर क्षेत्र की समस्या को लेकर तहसील गेट पहुँचे और वही धरना देते हुए रास्ता बंद कर दिया। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार को भी अंदर नहीं जाने दिया।
मंगलवार की दोपहर को नेता जंग बहादुर बिना सूचना के कुछ महिलाओं को लेकर शहपुरा तहसील ज्ञापन देनें पहुँचे और तहसील के मुख्य गेट में दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। नेता जंग बहादुर का कहना था कि तहसील में जन सुनवाई नहीं होती है, जिसके कारण लोंगों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है, तहसील के मुख्य गेट पर धरने पर बैठे नेताजी को मनाने के लिए तहसीलदार विंकी सिंगमारें भी पहुंची और बात करने के लिए केबिन में चलने को कहा, पर नेताजी थे कि किसी की बात ना सुनते हुए धरने पर ही बैठे रहे। थक हारकर तहसीलदार दूसरे कमरे में जाकर बैठ गई। इसके बाद भी नेता जंग बहादुर का धरना जारी रहा।
नेता जंग बहादुर के द्वारा 2 घंटे तक तहसील के मुख्य गेट पर धरना दिया गया, जिसके चलते शासकीय कर्मचारियों सहित आमजन भी परेशान हो रहे थे, इतना ही नही तहसीलदार भी अपने केबिन में नहीं जा पा रही थी, आखिरकार तहसीलदार ने शहपुरा थाना पुलिस को बुलाया और जंग बहादुर के खिलाफ धारा 151सीआरपी के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक जंग बहादुर एक समय जनता दल के सक्रिय कार्यकर्ता हुआ करते थे, नेताजी आमजन की समस्याओं को लेकर कभी तहसील तो कभी जनपद कार्यालय घेरते रहते हैं। मंगलवार को भी नेताजी बिना सूचना के ज्ञापन देनें पहुँचे जहाँ हंगामा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई और जेल भेज दिया गया।
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