कोरबा में श्रमिक संगठनों की हड़ताल: कोयला खदानों में काम प्रभावित

कोरबा जिले में श्रमिक संगठनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल का असर कोरबा के एसईसीएल कोयला खदानों में देखने को मिला, जहां शुक्रवार को सभी मजदूर यूनियन हड़ताल में शामिल हुए।

इस हड़ताल के कारण खदानों में कोयला निकालने का कामकाज प्रभावित हुआ है। श्रमिक यूनियन के नेताओं ने बताया कि केंद्रीय श्रम संगठनों ने दिल्ली में संयुक्त कन्वेंशन कर औद्योगिक हड़ताल का ऐलान किया था। मजदूरों ने केंद्र सरकार की श्रम कानून को मजदूर विरोधी बताया है और देश के मेहनतकश कामगारों के अधिकारों को छीनने का आरोप लगाया है।
हड़ताल के दौरान ट्रेड यूनियन ने खदान क्षेत्र में जुलूस निकाला और सरकार के कथित मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारे लगाए। मजदूरों के हड़ताल को देखते हुए खदान क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
इस हड़ताल के कारण कोयला उत्पादन पर भी असर पड़ने की संभावना है। एसईसीएल के अधिकारियों ने बताया कि हड़ताल के कारण कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है, लेकिन वे हड़ताल के समाधान के लिए बातचीत कर रहे हैं।
श्रमिक यूनियन के नेताओं ने कहा कि वे अपनी मांगों के लिए लड़ते रहेंगे और सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा। उन्होंने कहा कि मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए वे हर संभव कदम उठाएंगे।