कोरबा में मोडिफाइड साइलेंसर के विरुद्ध यातायात पुलिस की कार्रवाई

कोरबा पुलिस ने मोडिफाइड साइलेंसर के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में यातायात पुलिस ने 13 दुपहिया वाहनों पर कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से लगाए गए साइलेंसर जब्त किए और मोटरयान अधिनियम के तहत 29,900 रुपये का समन शुल्क वसूला।
96 साइलेंसर पर हुई कार्रवाई
इस अभियान के तहत अब तक कुल 96 मॉडिफाइड साइलेंसर पर कार्रवाई की जा चुकी है, जिसमें 2,20,800 रुपये का चालान किया गया है। पुलिस का कहना है कि मोडिफाइड साइलेंसर से उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण न केवल आमजन के स्वास्थ्य और शांति को प्रभावित करता है, बल्कि यह मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों का भी उल्लंघन है।
नागरिकों से अपील
कोरबा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों में किसी भी प्रकार का अवैध परिवर्तन न करें और यातायात नियमों का पालन करें। पुलिस का कहना है कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यातायात पुलिस की मुहिम
यातायात पुलिस की इस मुहिम का उद्देश्य शहर में यातायात नियमों का पालन कराना और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पुलिस का कहना है कि वे आगे भी इस तरह के अभियान चलाते रहेंगे और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।
क्या है मोडिफाइड साइलेंसर
मोडिफाइड साइलेंसर वे साइलेंसर होते हैं जो वाहन के मूल साइलेंसर को बदलकर या उसमें बदलाव करके बनाए जाते हैं। ये साइलेंसर वाहन से निकलने वाले ध्वनि को बढ़ा देते हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण होता है। कई मामलों में ये साइलेंसर वाहन के प्रदर्शन को भी बढ़ा देते हैं, लेकिन इसके नुकसान भी होते हैं।
ध्वनि प्रदूषण के नुकसान
ध्वनि प्रदूषण के कई नुकसान हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख नुकसान हैं:
- ध्वनि प्रदूषण से सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
- ध्वनि प्रदूषण से तनाव और चिंता बढ़ सकती है।
- ध्वनि प्रदूषण से नींद पर असर पड़ सकता है।
- ध्वनि प्रदूषण से हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
इसलिए, यह जरूरी है कि हम ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाएं और यातायात नियमों का पालन करें।