कोरबा महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्रवाई: डीपीओ रेनु प्रकाश को हटाया गया, कोंडागांव स्थानांतरित

कोरबा,14 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा की जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) रेनु प्रकाश को विभाग ने तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है। रेनु प्रकाश पर लंबे समय से भ्रष्टाचार, मानसिक उत्पीड़न और रिश्वत मांगने जैसे गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे। विभागीय जांच से पहले ही संचालनालय ने सख्त कदम उठाते हुए उन्हें एकतरफा रूप से पद से भारमुक्त कर कोंडागांव स्थानांतरित कर दिया है।
संचालनालय महिला एवं बाल विकास, छत्तीसगढ़ के संचालक पदुम सिंह एल्मा के हस्ताक्षर से जारी आदेश में यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से लागू की गई है। डीपीओ का अस्थायी प्रभार अब गजेंद्र सिंह देव को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में परियोजना अधिकारी ममता तुली द्वारा रेनु प्रकाश के खिलाफ गंभीर आरोपों के साथ एक शिकायत पत्र विभाग को भेजा गया था। ममता तुली ने आरोप लगाया था कि डीपीओ ने उनसे ₹50,000 की रिश्वत मांगी, दिव्यांगता का मज़ाक उड़ाया और उन्हें रात 8 बजे तक कार्यालय में बैठाकर मानसिक उत्पीड़न किया।
शिकायत पत्र में ममता तुली ने लिखा था— “डीपीओ ने कहा कि जब तक पैसा नहीं दोगी, तुम यहां से नहीं जाओगी… और मैं लिए बिना नहीं जाऊंगी।” इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मच गया था और पूरे मामले को संचालक स्तर तक गंभीरता से लिया गया।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई के साथ ही अब रेनु प्रकाश के खिलाफ विभागीय जांच की प्रक्रिया भी औपचारिक रूप से शुरू होने की संभावना है।