कोरबा:अन्नपूर्णा मुहिम ने विकलांग मां को दिया सहारा,संस्था ने बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी उठाई

कोरबा, 8 अक्टूबर। संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में चल रही अन्नपूर्णा मुहिम के तहत कोरबा जिले के ग्राम चैनपुर (पोस्ट घिनारा, तहसील करतला) की एक विकलांग महिला को सहायता प्रदान की गई। संस्था की टीम ने जरूरतमंद महिला के परिवार को भोजन सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराईं।
ग्राम चैनपुर निवासी अनीता बंजारा (37 वर्ष) पति स्व. घनश्याम बंजारा के निधन के बाद अपने दो बेटों अभिषेक (14 वर्ष) और अनिरुद्ध (8 वर्ष) की परवरिश अकेले कर रही हैं। एक पैर से विकलांग होने के बावजूद वह सिलाई कर थोड़ी बहुत आय से घर का खर्च चलाती हैं।
संस्था की अन्नपूर्णा टीम जिला प्रमुख अजय कुर्रे के नेतृत्व में उनके घर पहुंची और परिवार को राशन, कपड़े, चादर, कंबल, जूते, गैस सिलेंडर, चूल्हा आदि सामग्री दी गई। साथ ही घर की टूटी छत पर तिरपाल लगवाने की व्यवस्था की गई।
टीम के सदस्यों ने कहा कि जब तक यह परिवार आत्मनिर्भर नहीं हो जाता, तब तक अन्नपूर्णा मुहिम उसकी सहायता करती रहेगी। संस्था की ओर से बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को भी पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
इस मौके पर धरमदास, सुमिरन सिंह, पांच राम पाटिल, बाबू दास, गोरे, उमाशंकर, अंकित श्रीवास, अतुल श्रीवास, उमेंद दास, आकाश, विकास, चंद्रिक, प्रीतम दास सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।
संस्था से जुड़े लोगों ने बताया कि अन्नपूर्णा मुहिम का उद्देश्य जरूरतमंद परिवारों को आत्मनिर्भर बनने तक सहयोग देना है।
कोरबा:अन्नपूर्णा मुहिम ने विकलांग मां को दिया सहारा,संस्था ने बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी उठाई
कोरबा, 8 अक्टूबर। संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में चल रही अन्नपूर्णा मुहिम के तहत कोरबा जिले के ग्राम चैनपुर (पोस्ट घिनारा, तहसील करतला) की एक विकलांग महिला को सहायता प्रदान की गई। संस्था की टीम ने जरूरतमंद महिला के परिवार को भोजन सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराईं।
ग्राम चैनपुर निवासी अनीता बंजारा (37 वर्ष) पति स्व. घनश्याम बंजारा के निधन के बाद अपने दो बेटों अभिषेक (14 वर्ष) और अनिरुद्ध (8 वर्ष) की परवरिश अकेले कर रही हैं। एक पैर से विकलांग होने के बावजूद वह सिलाई कर थोड़ी बहुत आय से घर का खर्च चलाती हैं।
संस्था की अन्नपूर्णा टीम जिला प्रमुख अजय कुर्रे के नेतृत्व में उनके घर पहुंची और परिवार को राशन, कपड़े, चादर, कंबल, जूते, गैस सिलेंडर, चूल्हा आदि सामग्री दी गई। साथ ही घर की टूटी छत पर तिरपाल लगवाने की व्यवस्था की गई।
टीम के सदस्यों ने कहा कि जब तक यह परिवार आत्मनिर्भर नहीं हो जाता, तब तक अन्नपूर्णा मुहिम उसकी सहायता करती रहेगी। संस्था की ओर से बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को भी पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
इस मौके पर धरमदास, सुमिरन सिंह, पांच राम पाटिल, बाबू दास, गोरे, उमाशंकर, अंकित श्रीवास, अतुल श्रीवास, उमेंद दास, आकाश, विकास, चंद्रिक, प्रीतम दास सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।
संस्था से जुड़े लोगों ने बताया कि अन्नपूर्णा मुहिम का उद्देश्य जरूरतमंद परिवारों को आत्मनिर्भर बनने तक सहयोग देना है।