पितर महोत्सव “पुरखा के सुरता” कार्यक्रम में सम्मिलित हुए महामंडलेश्वर

- पितर श्राद्ध के अवसर पर 15 दिवसीय मानस गायन कार्यक्रम आयोजित
सनातन धर्मावलंबी न केवल भारतवर्ष में अपितु संपूर्ण विश्व में जहां भी निवासरत हैं पितर श्राद्ध का पर्व बड़े ही श्रद्धा भक्ति पूर्वक मना रहे हैं। इसी तारतम्य में अभनपुर के समीप स्थित ग्राम पीपरौद में पितर महोत्सव “पुरखा के सुरता” आयोजित किया गया है। पन्द्रह दिवसीय कार्यक्रम में दूर-दराज क्षेत्र से मानस मंडली पहुंचकर अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। इससे पूरे गांव में भक्तिमय वातावरण निर्मित हुआ है।

महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। लोगों ने बहुत ही आत्मियता पूर्वक उनका स्वागत किया। इस अवसर पर राजेश्री महन्त रामसुंदर दास ने उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि – पीपरौद एक धार्मिक गांव है जब भी यहां आना होता है कुछ न कुछ धार्मिक कार्यक्रम देखने को मिलता है। पितर पक्ष में हम उन महानुभावों को याद कर रहे हैं जिन्होंने हमें पढ़ाया, लिखाया, सत् मार्ग पर चलना सिखाया। जिनके कारण आज हमारे यह स्थिति है। भले ही वे लोग हमारे बीच नहीं है किंतु उनका दिखाया हुआ मार्ग और उनका आशीर्वाद हमारे जीवन को हर पल आलोकित करते हैं। उन्होंने कर्म की प्रधानता के संदर्भ में कहा कि -मनुष्य को कर्म अवश्य रूप से करना चाहिए लेकिन ज्यादा से ज्यादा सत्कर्म करना चाहिए इसका परिणाम सदा अच्छा ही होता है। मुख्य अभ्यागत को शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। लोगों को दीपक ने भी संबोधित किया और कहा कि -यह हमारे पितरों को स्मरण करने का पर्व है। उन्होंने 3 से 5 अक्टूबर के बीच ग्राम मरौद में आयोजित होने वाले मातृ देवो भव: कार्यक्रम के लिए राजेश्री महन्त रामसुंदर दास को निमंत्रित किया।
इस अवसर पर विशेष रूप से आर आर साहू, के आर कंवर, आचार्य तारक जी, राजेश्वर गिरी गोस्वामी, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव, हर्ष दुबे सहित अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे। आभार सरपंच प्रतिनिधि भीखम साहू ने व्यक्त किया।




