कुपोषण के विरूद्ध करें समन्वित प्रयास : कमिश्नर

आकड़ेबाजी बंद करें, गांवों का भ्रमण करें, परिणाम मूलक कार्य करें : कमिश्नर
शहडोल । कमिश्नर शहडोल संभाग बी एस जामोद ने शहडोल संभाग में कुपोषण रोकने और दगना प्रथा जैसी कुप्रथा को रोकने के प्रयासों के प्रति उदाशीनता बरतने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि कुपोषण और दगना प्रथा जैसी कुप्रथा को रोकने में उदासीनता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कमिश्नर ने कहा है कि कुपोषण और दगना प्रथा जैसी कुप्रथा को रोकने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे प्रयास नाकाफी हैं। कमिश्नर ने कहा है कि कुपोषण रोकने और दगना प्रथा को रोकने के कार्य हम सिर्फ आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से नहीं कर सकते इसके लिए सभी विभागीय अधिकारियों को समन्वित रूप से प्रयास करने होंगे। कमिश्नर ने कहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण नहीं कर रहे हैं तथा मैदानी हकीकत से अन्जान हैं। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में जाएं, आंगनवाड़ी केन्द्रों द्वारा दी जा रही संदर्भ सेवाओं की निरंतर मानीटरिंग करें। कमिश्नर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियेां को भी निर्देश दिए हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों का निरंतर भ्रमण करें स्वास्थ्य सेवाओ को बेहतर करें, लोगों को प्राथमिकता के साथ स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएं। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुए कहा है कि गांवों में आंगनबाडी केन्द्रों द्वारा दी जा रही संदर्भ सेवाओं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति ठीक नहीं है, इसमें सुधार करने की अवश्यकता है। कमिश्नर ने कहा है कि शहडोल संभाग से कुपोषण और दगना प्रथा को रोकने के लिए हम सब को मिलकर समन्वित प्रयास करनें होंगे, स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक कारगर और बेहतर बनाना हेागा, आंगनबाडी केन्द्रो को स्वच्छ और संुदर बना कर आंगनबाडी केन्द्र द्वारा दी जा रही संदर्भ सेवओं को प्रभावी और परिणाम मूलक बनाने के निरंतर प्रयास करने होंगे, तभी हम दगना प्रथा जैसी कुरीतियों को रोक पाने में सफल होंगे। कमिश्नर ने शहडोल संभाग के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियेां, परियोजना अधिकारियेां और महिला बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षकों, स्वास्थ्य विभाग के सभी मुख्य चिकित्सा एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारियेां को निर्देश दिए हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों का निरंतर भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं और महिला एवं बाल विकास द्वारा दी जा रही संदर्भ सेवाओं की निरंतर मानीटरिंग करें।