कार्यक्रम अधिकारियों की सोच पर्वत की तरह ऊंची व जल की तरह पवित्र होनी चाहिए — डॉ समरेन्द्र सिंह
0.सतरेंगा में आयोजित हुआ जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला
कार्यक्रम अधिकारियों की सोच पर्वत की तरह ऊंची व अटल तथा जल की तरह पवित्र और गहराई लिए हुए होनी चाहिए, उन्हें अपने कार्य को पूरी लगन, उत्साह तथा दिल से पूर्ण करने पर संतुष्टि मिले जो कार्यक्रम अधिकारियों के चरित्र निर्माण के साथ स्वयंसेवकों को भी ऊर्जान्वित करती है, हम अर्थ और काम के पीछे ना लगे रहे बल्कि धर्म और मोक्ष प्राप्ति की दिशा में भी सोचें और कार्य करें। उक्त उद्गार महादेव प्रकृति दर्शन केंद्र सतरेंगा में आयोजित कोरबा जिले के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ समरेंद्र सिंह राज्य एनएसएस अधिकारी एवं पदेन उपसचिव उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने कही।
सतरेंगा के हाईस्कूल भवन में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में कोरबा जिले के विभिन्न महाविद्यालयों व विद्यालयों के 58 कार्यक्रम अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम अधिकारियों को संबोधित करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया की ताकत को समझने तथा उसके माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यों व उच्च विचारों को समाज तक फैलाने के लिए आवाहन किया तथा सोशल मीडिया के उपयोग करने के तरीके सिखाए। कोरबा जिले के राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक वाय के तिवारी ने कार्यक्रम अधिकारियों को युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार तथा राज्य शासन के निर्देश व स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप दिवा शिविरों का आयोजन कर युवाओं को सामाजिकता, नैतिकता, परिस्थितियों से सामंजस्य के लिए तैयार करते हुए व्यक्तित्व विकास करने की सीख मिले इस हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के लेखापाल परमेश्वर सिंह राठौर, कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद कौशिक, कार्यालय सहयोगी भूपदेव चंद्राकर व दाताराम प्रजापति विशेष रूप से उपस्थित थे।