आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मनमानी: बटने आईं दवाओं को जमीन में गाढ़ा, ग्रामीणों ने खोदकर निकाली, वीडियो किया वायरल

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शिवपुरी24 मिनट पहले
शिवपुरी जिले के करैरा तहसील के उड़वाहा गांव की आंगनबाड़ी केंद्र पर किशोरी बालिकाओं को बांटने के लिए आई दवाओं को बांटने की बजाय जमीन में गाढ़ देने का मामला सामने आया है।
इसका खुलासा ग्रामीणों ने जमीन में गाढ़ी गई दवाओं कोबाहर निकाल कर उसका वीडियो बनाते हुए किया है। इस संबंध में अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सीडीपीओ और डीपीओ से जानकारी लेनी चाही तो सभी इस मामले को दबाने के लिए चुप्पी साधे हुए है।
जमीन में दफना दी बांटने की वाली दवाएं
जानकारी के अनुसार ग्राम उड़वाहा की आंगनबाड़ी पर पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कमलेश कुशवाह को गर्भवती महिलाओं व किशोरी बालिकाओं को वितरित करने के लिए आयरन, केल्शियम और विटामिन की गोलियां भेजी थीं।
यह गोलियां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को गांव में गर्भवती महिलाओं सहित किशोरी बालिकाओं को बांटी जानी थी, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने दवाएं गर्भवती महिलाओं और किशोरियों को न बांटते हुए जमीन में दफना दी।
ग्रामीणों को इस बात की भनक लग गई। उन्होंने जमीन को खोदकर बड़ी संख्या में दवाएं निकालकर अपने पास रख लिया। ग्रामीणों ने जमीन से दवा निकालने का वीडियो भी बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इस मामले में जानकारी के लिए जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कमलेश कुशवाह को फोन लगाया गया तो उनका कहना था कि उन्होंने दवाएं नहीं गाढ़ी हैं, उन्होंने तो दवाएं बांटी हैं।
हालांकि जब उनसे यह जानने का प्रयास किया गया कि उनके यहां कितनी किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को दवाओं को वितरण किया जा रहा है तो उन्होंने फोन काट दिया और फिर उन्होंने फोन ही अटेंड नहीं किया।
पूरे मामले में जब करैरा सीडीपीओ प्रियंका बुनकर को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन अटेंड नहीं किया इसके अलावा प्रभारी डीपीओ आकाश अग्रवाल को कई फोन लगाए गए तो उन्होंने भी फोन अटेंड नहीं किए।
ग्रामीणों ने लगाए आरोप
ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों को न तो पोषण आहार दिया जाता है। इसके अतिरिक्त कभी भी कोई दवा भी वितरित नहीं की जाती है और न ही किसी प्रकार की कोई जानकारी दी जाती है। वहीं शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने इस मामले की जल्द जांच कराने के बाद कार्रवाई की बात है।
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