दैनिक भास्कर पुलिस अवार्ड-2022: गृह मंत्री डॉ. मिश्रा बोले; परिंदों को मिलेगी मंज़िल यकीनन, ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं

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- Home Minister Dr. Mishra Said; The Birds Will Surely Get Their Destination, They Spread Speak On Them, The Police Is There To Protect You.
इंदौर6 घंटे पहले
पुलिस का काम पहले भी वही था और अब भी वही है लेकिन कोरोना के बाद पुलिस का सम्मान ज्यादा बढ़ा है। दरअसल हम लोग अपना काम बड़ी खामोशी से करते थे लेकिन एक वर्ग ऐसा था जो पुलिस को दुष्प्रचारित करता था। यह संयोग ही था कि कोरोना काल में चौथी बार मंत्री बना था। उस दौरान दो विभाग ऐसे थे जो मैदान में थे। एक पैरामेडिकल स्टाफ व दूसरा पुलिस विभाग। तीसरा मनुष्य सड़क पर दिखाई नहीं देता था।

समारोह को संबोधित करते गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा
यह बात प्रदेश के गृह मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को होटल एसेंशिया में आयोजित ‘दैनिक भास्कर पुलिस अवार्ड-2022’ समारोह में की। उन्होंने जांबाज और उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया और उनकी मुक्त कंठ प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पुलिस को लेकर कई लोगों की सोच थी कि पुलिस चौराहे पर खड़ी है तो वसूली में लगी होगी लेकिन लॉक डॉउन में जब ट्रेनें, बसें, यहां तक कि दोपहिया वाहन भी बंद थे। जब लोगों ने चौराहों पर पुलिस जवान को देखा और समझा तो जाना कि वे वसूली के लिए नहीं बल्कि ये हमारी जान बचाने के लिए खड़ा है।

कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस अधिकारी व कर्मचारी।
पीपीई पहनकर अपनी ड्यूटी निभाई
उन्होंने कहा कि ‘परिंदों को मिलेगी मंज़िल यकीनन, ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं; वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं’। वो हमारा ऐसा हुनर बोला कि 45 डिग्री टेम्परेचर में भी पुलिस जवान ने पीपीई किट पहनकर ड्यटी निभाई। यह वही जान सकता है जिसने यह किट पहनी हो, वह उस दर्द को जानता होगा। मैंने भी पहनी है क्योंकि मेरे पास स्वास्थ्य विभाग था। मैं आईसीयू में जाता था क्योंकि मेरे स्वभाव ऐसा है। मुझे पीपीई किट पहना दिया जाता था। इसमें जो दम घुटता है वह पीड़ा मैंने महसूस की है। पुलिस जवान सर्दी में भी आप लोगों की जान बचाने के लिए खड़ा होता है।
हर मौके पर करते हैं आपकी करते हैं सुरक्षा
उन्होंने कहा कि अभी तक मप्र के चारों कोने अशांत रहते थे। मप्र पुलिस ने सिमी, डाकू, नक्सली, पीएफआई आदि सहित मामलों को मिटाने में सफल हुई है और मप्र अब शांति का टापू हो गया है। दीपावली पर घर-घर दीये जलाए जाते हैं, लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं लेकिन पुलिसकर्मी ड्यूटी करते हैं, परिवार तो इनका भी है। पत्नी तो इनकी भी लक्ष्मी पूजन की इच्छा रखती है। ये जवान इसलिए खड़े रहते हैं कि किसी के हाथ में पटाखा फूट जाएगा तो ये अस्पताल ले जाएंगे। होली पर हम रंगों में सराबोर होते हैं और ये अपनी ड्यूटी निभाते हैं। भागवत कथा, भंडारों में भी पुलिस को बुलाना पड़ता है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां इन्हें नहीं बुलाना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर अपनी ब्रांडिंग करें पुलिस
डॉ. मिश्रा ने ‘दैनिक भास्कर पुलिस अवार्ड-2022’ कार्यक्रम की सराहना की और इसके लिए साधुवाद दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि अब सोशल मीडिया का दौर है। आप लोग कई ग्रुपों से जुड़े हैं तो क्यों न आप अपनी ब्रांडिंग करते हैं? मैं भी अपने विभाग की ब्रांडिंग करता हूं। हमसे बढ़िया कोई विभाग नहीं। जो मुसीबत में काम आए वही व्यक्ति होता है। यह ब्रांडिंग हम सभी को करना चाहिए।
35 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी सम्मानित
कार्यक्रम में आईजी (ग्रामीण) राकेश गुप्ता, एडिशनल पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया, आईपीएस ग्रुप के प्रेसीडेंट अचल चौधरी, दैनिक भास्कर इंदौर के यूनिट हेड नरेशप्रताप सिंह, स्थानीय संपादक अमित मंडलोई आदि उपस्थित थे। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले एडीसीपी अमरेंद्रसिंह, डॉ. प्रशांत चौबे, गुरुप्रसाद पाराशर, एसपी निमिष देशमुख, दिशेष अग्रवाल, टीआई राजीव भदौरिया, मोतीउर्र रहमान, आरडी कानवा, शशिकांत चौरसिया, तहजीब काजी, योगेशसिंह तोमर, ज्योति शर्मा सहित 35 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया।
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