कांग्रेस की यात्रा में हमला, रंजिश या साजिश?: किस्मत से बची कांग्रेस नेता की जान, दोनों बार कट्टे से हुआ मिस फायर

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ग्वालियर28 मिनट पहले
ध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक युवक कट्टा लेकर पहुंच गया। इस दौरान कट्टाधारी युवक ने भीड़ में मौजूद एक पार्षद के बेटे को गोली मारने की कोशिश की लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि कट्टाधारी युवक और पार्षद के बेटे के बीच किसी बात को लेकर पुरानी रंजिश चल रही है। इसी कारण से युवक ने उसे जान से मारने की कोशिश की है।
ग्वालियर में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की भारत जोड़ो यात्रा पर यूथ कांग्रेस के जिला सचिव छोटू उर्फ अवधेश तोमर पर हमला तत्कालिक रंजिश है या कोई गहरी साजिश? यह फिलहाल साफ नहीं हो सका है, लेकिन किस्मत से युकां नेता की जान बच गई। हमलावर शराब ठेके पर काम करता है। भीड़ के बीच में घुसकर उसने दो बार कट्टे का ट्रिगर दबाया, लेकिन दोनों बार मिस फायर हुआ। तीसरी बार जब वह कट्टा लोड़ करने लगा तो भीड़ ने उसे दबोच लिया। साथ ही उसकी धुनाई लगा दी पर इसी समय किसी ने भीड़ में पहुंचकर उसे निकाल दिया।
हमलावर जीतू कांग्रेस कार्यकर्ता है और गोला का मंदिर शराब ठेके पर काम करता है। यूथ कांग्रेस नेता छोटू से कई बार झगड़ा हो चुका है। हमले से 20 मिनट पहले भी बरैठा टोल पर पहले कार निकालने पर बहस हुई थी। किस्मत से कांग्रेस नेता लक्ष्मणपुरा के उस घर के सामने ही खड़ा मिल गया जो हमलावर के चाचा का घर था। उसे देखते ही उसने हमला कर दिया।

आरोपी जीतू गुर्जर जिसने हमला किया, यह भी कांग्रेस कार्यकर्ता है
यह है पूरा मामला
नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद सिंह भिंड से भारत जोड़ो यात्रा लेकर चले थे। ग्वालियर के महाराजपुरा में इस यात्रा का ग्वालियर कांग्रेस को स्वागत करना था और यहां से ग्वालियर कांग्रेस की टीम को यात्रा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी थी। यात्रा का रूट तो अलग था, लेकिन लक्ष्मणगढ़ के पास दशरथ सिंह गुर्जर के घर पर यात्रा के स्वागत की पूरी तैयारी थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साहब सिंह भी अपनी पूरी टीम के साथ यहां स्वागत करने खड़े थे। यही कारण था कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह वहां पहुंचे। वहां हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए दबंग नेता व पार्षद पति बलवीर तोमर व उनका बेटा यूथ कांग्रेस के जिला सचिव छोटू उर्फ अवधेश तोमर वहां पहुंचे थे। जब यात्रा का स्वागत चल रहा था तभी बोलेरो में सवार एक युवक उतरा और उसने छोटू तोमर को टारगेट कर कट्टे से फायर कर दिया, लेकिन मिस फायर हो गया। इसके बाद एक बार फिर हमलावर ने कट्टे का ट्रिगर दबाया। इस बार भी मिस फायर हुआ। अब वह कट्टा लोड ़करने लगा तभी नेता प्रतिपक्ष के सिक्युरिटी व भीड़ ने उसे पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। उसे काफी पीटा, लेकिन वह बचकर निकल गया।

कांग्रेस नेता को बचाने वाला
कौन है हमलावर जीतू?
युवक कांग्रेस के जिला सचिव छोटू पर हमला करने वाले की पहचान जीतू गुर्जर निवासी मुरैना के रूप में हुई है। अब पता करते हैं कि यह जीतू कौन है। जहां भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत हो रहा था वो दशरथ सिंह हैं, हमलावर रिश्ते में उनका भतीजा है। जीतू शहर के गोला का मंदिर शराब ठेके पर बैठता है। वही इलाका छोटू तोमर का है। छोटू तोमर का उससे पुराना विवाद चला रहा है। ऐसा भी पता लगा है कि कुछ दिन पहले छोटू उसकी मारपीट कर चुका था। मंगलवार शाम जब छोटू कार्यक्रम में जा रहा था तो वहां जीतू भी आ रहा था। कार्यक्रम स्थल से कुछ 4 से 5 किलोमीटर पहले बरैठा टोल पर कार पहले निकालने को लेकर छोटू व जीतू में बहस हुई। कांग्रेस नेता के साथ काफी लोग थे इसलिए वह फिर उसे हड़काकर निकल गया। पर इस बार बेइज्जती उसके दिल पर लग गई। पीछे-पीछे जीतू भी उसी कार्यक्रम में पहुंचा और हमला कर दिया। शराब ठेके के कमिशन को लेकर भी दोनों में पुराना विवाद चल रहा है। इसके बाद यहां से किसने उसे बचाकर निकाल दिया पुलिस पड़ताल कर रही है।
रामखिलाड़ी का भतीजा है हमलावर
कांग्रेस नेता पर जिस ने हमला किया है वह जीतू गुर्जर कांग्रेस नेता दशरथ गुर्जर का भतीजा है। दशरथ, रामखिलाड़ी का भाई है। कुछ साल पहले शहर में शार्प शूटर की मदद से रामखिलाड़ी की हत्या की गई थी। वह उस समय जिला पंचायत सदस्य था और उस पर दर्जनों अपराध दर्ज थे।
यूथ कांग्रेस नेता पर भी हैं कई अपराधिक मामले दर्ज
जिस कांग्रेस नेता पर हमला किया है गया है, उस छोटू तोमर पर भी दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा में रहते हुए छोटू और उसके पिता बलवीर तोमर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के खास माने जाते थे, लेकिन भाजपा से टिकट न मिलने पर वह कांग्रेस में पहुंच गए। वार्ड-19 से छोटू की मां कमलेश बलवीर तोमर ने चुनाव लड़ा और जीता भी था। कांग्रेस में जाने के बाद नगरीय निकाय चुनाव के समय छोटू को एसएसपी ग्वालियर के प्रतिवेतन पर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिलाबदर भी घोषित कर दिया था। बाद में उसका जिलाबदर आदेश बदला गया था।
हमला पुलिस की चूक है या नहीं
भारत जोड़ो यात्रा में सैकड़ों लोग थे। उसके बाद भी कांग्रेस नेता पर हमला हो गया। पुलिस कहीं नजर नहीं आई। ऐसे में इसे पुलिस की चूक माना जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का आरोप भी है कि भिंड की सीमा तक उन्हें पुलिस की पूरी सुरक्षा मिली, लेकिन ग्वालियर आते ही सुरक्षा नहीं थी। इस पर सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया का कहना है कि ग्वालियर पुलिस को इस भारत जोड़ो यात्रा के आने और उसके स्वागत के लिए इतनी भीड़ जुटने की कोई सूचना नहीं दी गई थी। वरना वहां पुलिस होती और ऐसा कुछ नहीं होता।
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