ठगों ने नोएडा में प्रॉपर्टी, ट्रैक्टर, कार खरीदे: दो साल पहले आकाश खुद हुआ था ठगी का शिकार, गिरोह बनाकर करने लगा वारदात

[ad_1]
ग्वालियर27 मिनट पहले
नोटों को डबल करने का झांसा देने वाले गिरोह से बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं। गिरोह का मुखिया आकाश है, उसने ठगी की कमाई से नोएडा में किसी प्रॉपर्टी में इंवेस्टमेंट किया है। एक ट्रैक्टर, क्रेटा कार व पांच लग्जरी मोबाइल खरीदे हैं। वह लगातार लग्जरी लाइफ स्टाइल फॉलो कर रहा है। पर असल कहानी दो साल पहले शुरू होती है। यही आकाश दो साल पहले एक ठग से नोट डबल कराने के लालच में ठगी का शिकार बना था। खुद को साथ ठगी हुई तो उसको यह तरीका अच्छा लगा। फिर वह ग्वालियर के एक बाबूजी के संपर्क में आया और गैंग खड़ा कर लोगों को टारगेट करने लगा। अभी तक वह 28 से ज्यादा लोगों से 75 लाख रुपए ठग चुका है। पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्य पकड़ लिए हैं, लेकिन यह बाबूजी अभी फरार है। यह बाबूजी ने ही सभी को यह केमिकल से नोट डबल करने की कला सिखाई है। इसी तरह की एक गैंग इंदौर में दो दिन पहले पकड़ी गई है। पुलिस को आशंका है कि बाबूजी का उस गैंग से भी कनेक्शन न हो।

ठगी का खुलासा करती पुलिस
यह था पूरा मामला
ASP क्राइम ब्रांच राजेश दंडौतिया ने बताया कि चौरसिया कॉलोनी गुढा निवासी पुष्पेन्द्र राजपूत पुत्र प्रताप सिंह राजपूत कांग्रेस नेता हैं। उन्हांेने शिकायत की थी कि उनके साथ पांच युवकों ने रुपए डबल करने के नाम पर ठगी की है। उसने पुलिस को बताया था कि वह 8 सितंबर मुरार आया था। जब वह MH चौराहा पहुंचा तो उसे गुढ़ा पर रहने वाला आकाश बघेल दो अन्य साथियों के साथ मिला। आकाश ने दोस्तों का परिचय जितेन्द्र उर्फ कल्लू व अभिषेक मावई के रूप में कराया। वह एक क्रेटा कार में सवार थे। आकाश ने कांग्रेस नेता को बताया कि एक व्यक्ति है नोटों (रुपयों) काे केमिकल और टेक्नीक से डबल कर देता है। यह कार भी हमने रुपए डबल कराकर खरीदी है। पर पांच लाख रुपए से कम रुपए वह डबल नहीं करता है। हम दोनों पर डेढ़-डेढ लाख रुपए तो हैं, लेकिन 2 लाख रुपए कम पड़ रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता को विश्वास दिला दिया कि ऐसा सच में होता है। इसके बाद पुष्पेन्द्र घर गया और 2 लाख रुपए ले आया। फिर तीनों के साथ वह लग्जरी में सवार होकर नारकोटिक्स ऑफिस के पास किसी खंडहर में पहुंचे। यहां पहले से दो व्यक्ति बैठे हुए थे। एक का नाम लल्लू और दूसरे का धर्मवीर था। वहां केमिकल लगाकर दो प्लेट में कागज रखा फिर नोट का बंडल कमरे में लपेट दिया। आखिर पुष्पेन्द्र को लकड़ी लेने भेज बंडल बदलकर उसमें आग लगा दी। फरियादी को लगा नोट जल गए। इस तरह से यह गिरोह ठगी करता था।
बाबूजी है मास्टर माइंड, आकाश है गैंग का कैप्टन
– पांच सदस्य गिरोह पुलिस ने पकड़ा है। उसका कैप्टन आकाश बघेल है, जबकि मास्टर माइंड लश्कर निवासी बाबूजी नाम का युवक है। बाबूजी अभी फरार है। इसी ने सभी को यह तरीका सिखाया है। यहां बता दें कि दो साल पहले आकाश भिंड गया था। वहां उसे इसी तरह एक ठग ने एक लाख रुपए से ठगा था। ठगी का शिकार आकाश काफी परेशान था फिर उसे यह तरीका सही लगा तो वह बाबूजी के संपर्क में आया। इसके बाद वह ठगी की वारदातें करने लगा और महंगी लाइफ स्टाइल दिखाने लगा।
28 लोगों से ठग चुके हैं 75 लाख रुपए, गाड़ियों-प्रॉपर्टी में लगाई
– पुलिस के पास अभी तक 28 फरियादी पहुंच चुके हैं जिनको इस गैंग ने इसी केमिकल से नोट डबल करने का लालच देकर ठगा है। लगभग 75 लाख रुपए अभी तक की स्थिति में यह ठगना कुबूल कर रहे हैं। पुलिस को यकीन है कि जब ठग गिरोह पकड़े जाने की खबरें मीडिया के माध्यम से प्रसारित होंगी तो कई और केस पुलिस तक पहुंचेंगे। ठगी की कमाई से आकाश और उसके साथियों ने गाड़ियां और प्रॉपटी खरीदी है। पुलिस को नोएडा में आकाश के द्वारा प्रॉपर्टी में इंवेस्टमेंट की खबर मिली है। जिसे पुख्ता करना शेष है। ट्रैक्टर और गाड़ियां व लग्जरी मोबाइल खरीदना खुद ही कुबूल कर चुके हैं।
पुलिस का कहना
एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी ने बताया कि नोट डबल करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को क्राइम ब्रांच व मुरार थाना पुलिस ने दबोचा है। ठगों ने प्रॉपर्टी या गाड़ियों में ठगी की रकम को कहां-कहां इंवेस्टमेंट किया है। यह पता लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें
Source link