करोड़ों का ऑक्सीजन प्लांट नहीं हुआ शुरू: सप्लाई लाइन बिछाने में देरी, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक साल पहले किया था लोकार्पण

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सीहोर13 मिनट पहले
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कोराेना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशान रहे। इसे देखते हुए जिला अस्पताल में कोरोना काल के समय ऑक्सीजन प्लांट करोड़ों की लागत से लगाया गया। अस्पताल में गंभीर मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके, लेकिन इस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
हालात यह है कि प्लांट लगने के एक साल बाद भी जिला अस्पताल में प्लांट से वार्डों तक सप्लाई लाइन नहीं बिछ पाई है। इसके कारण निजी ठेकेदारों से प्रतिमाह बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर बुलवाने पड़ रहे हैं। इससे प्लांट की सार्थकता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहे। इसके लिए यहां पर बीते साल अस्पताल परिसर में पीएम केयर फंड से एक हजार एलएमपी और 300 एलएमपी के दो प्लांट स्थापित किए गए। यहां पर प्लांट एक करोड 33 लाख रुपए की लागत से निर्मित किया था। जिसका वर्चुअल लोकार्पण सितंबर 2021 में किया था। अस्पताल में प्लांट स्थापित हुए।
सिर्फ आईसीयू तक बिछाई गई लाइन
एक साल बीत चुका है, लेकिन यहां पर वार्डों तक सप्लाई लाइन बिछाने का काम नहीं किया गया। इससे यह प्लांट का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है। मातृ एवं शिशु गहन चिकित्सा इकाई, पीआईसीयू और मेटरनिटी यूनिट में बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन की खपत होती है। लेकिन इन यूनिटों में ऑक्सीजन लाइन नहीं पहुंच पाई है। सिर्फ यहां आईसीयू तक लाइन बिछाई गई।
एसएनसीयू और पीआईसीयू में गंभीर बच्चों को उपचार के लिए रखा जाता है, जहां पर प्रतिमाह बड़ी संख्या में सिलेंडर की खपत होती है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक, यहां करीब 450 सिलेडंरों की आवश्यकता होती है। जो निजी ठेकेदारों के माध्यम से बुलाए जाते हैं।
अस्पताल में मिलेगी अतिरिक्त सुविधाएं
सिविल सर्जन डॉ. प्रवीर गुप्ता का कहना है कि निर्देश दे दिया गए हैं। बरसात के कारण से काम रुका पड़ा हुआ था। जल्दी शुरू हो जाएगा, अस्पताल में अतिरिक्त सुविधाएं मिलेगी। पीआईयू के ईई संजय पाठक का कहना है कि भुगतान न होने के कारण काम अटका पड़ा हुआ था। अभी कुछ दिनों पूर्व ही भुगतान हुआ है जल्द सप्लाई लाइन बिछ जाएगी।

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