कन्फ्यूजन दूर: यूजी फर्स्ट ईयर में थ्योरी और इंटरनल को मिलाकर 35% अंक लाने पर ही पास होंगे स्टूडेंट्स

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भोपाल6 मिनट पहले

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उच्च शिक्षा विभाग ने एनईपी-2020 के पालन में अंडर ग्रेजुएशन (यूजी) पर रेगुलर और प्राइवेट विद्यार्थियों के इंटरनल के 30 और और एक्सटर्नल (थ्योरी एग्जाम) के 70 अंको को जोड़कर रिजल्ट घोषित करने के निर्देश दिए हैं । - Dainik Bhaskar

उच्च शिक्षा विभाग ने एनईपी-2020 के पालन में अंडर ग्रेजुएशन (यूजी) पर रेगुलर और प्राइवेट विद्यार्थियों के इंटरनल के 30 और और एक्सटर्नल (थ्योरी एग्जाम) के 70 अंको को जोड़कर रिजल्ट घोषित करने के निर्देश दिए हैं ।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के तहत स्कीम ऑफ एग्जामिनेशन में स्पष्टता नहीं होने के कारण बरकतउल्ला विश्वविद्यालय अपने रिजल्ट घोषित नहीं कर पा रहा था। अब उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एक बड़ा कंफ्यूजन दूर कर दिया है और बीयू समेत सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि एनईपी-2020 के पालन में अंडर ग्रेजुएशन (यूजी) पर रेगुलर और प्राइवेट विद्यार्थियों के इंटरनल के 30 और और एक्सटर्नल (थ्योरी एग्जाम) के 70 अंको को जोड़कर रिजल्ट घोषित किया जाए। पास होने के लिए दोनों को मिलाकर 35% तक अंक लाने होंगे। रजिस्ट्रार आईके मंसूरी ने बताया कि इंटरनल में विद्यार्थियों का शामिल होना अनिवार्य होगा।

एफसी के दोनों विषय मिलाकर बनेगा रिजल्ट
विभाग ने फाउंडेशन कोर्स (एफसी) को लेकर भी गाइडलाइन जारी की हैं। इसके दो विषयों की परीक्षाओं को मिलाकर रिजल्ट तैयार होगा। यानी 50-50 अंक के दोनों को मिलाकर 100 अंक में से भी 35 अंक प्राप्त करने पर उसे पास माना जाएगा। एक विषय में शून्य अंक और दूसरे विषय में 35% अंक प्राप्त कर लेता है ताे उसे पास माना जाएगा। प्रैक्टिकल एग्जाम पूरी तरह से पास करना होगा। फर्स्ट ईयर के 40 में से न्यूनतम 20 क्रेडिट लाने पर ही अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।

राज्य शासन से मांगी थी गाइडलाइन-अभी स्कीम ऑफ एग्जामिनेशन स्पष्ट नहीं होने के कारण बड़ा कंफ्यूजन बना हुआ था। विवि मान रहे थे कि इंटरनल और थ्योरी में अलग-अलग पास होना जरूरी है। इसी तरह एफसी पेपर में अलग-अलग पास होने या दोनों को मिलाकर पास करने को लेकर अस्पष्टता थी। इसको लेकर विवि ने राज्य शासन से गाइडलाइन मांगी थी, लेकिन अब स्वशासी कॉलेजों के अटके रिजल्ट भी जारी हो सकेंगे। जिन्होंने जारी किए हैं, उन्हें रिवाइज्ड करना होगा।

नूतन कॉलेज को रिजल्ट रिवाइज्ड करना होगा
सरोजनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय (नूतन गर्ल्स कॉलेज) ने बीसीए का रिजल्ट घोषित किया है। यहां इंटरनल और थ्योरी दोनों को मिलाकर न्यूनतम अंक लाने का प्रावधान कर रिजल्ट तैयार किया। लेकिन फाउंडेशन के दोनों भाग में अलग-अलग न्यूनतम 35% अंक का प्रावधान कर रिजल्ट तैयार किया। अब कॉलेज को इस रिजल्ट को रिवाइज्ड करना होगा।

इधर आईईएचई में…

रिजल्ट के लिए अलग प्रावधान…
इंस्टीट्यूट फॉर एक्सीलेंस इन हायर एजुकेशन (आईईएचई) में यूजी कोर्स में सेमेस्टर पद्धति लागू हैं। यहां प्रवेशित फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों के दोनों सेमेस्टर के रिजल्ट आ चुके हैं। यहां इंटरनल और थ्योरी में अलग-अलग पास होने का प्रावधान किया गया है। इंटरनल में न्यूनतम 20% और थ्योरी में 35% अंक लाना अनिवार्य किया गया है।

इंटरनल में न्यूनतम अंक लाने की शर्त होनी ही चाहिए
शिक्षा का स्तर बना रहे इसलिए इंटरनल में न्यूनतम अंक लाने की शर्त होनी ही चाहिए। इनटरनल और थ्योरी को मिलाकर रिजल्ट तैयार होगा तो शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं हो सकेगा। इसे रिजल्ट अच्छा बनाने की विधि जरूर कह सकते हैं। -डॉ. राधा बल्लभ शर्मा, पूर्व एडिशनल डायरेक्टर, उच्च शिक्षा विभाग

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