अनदेखी पड़ेगी भारी: भोपाल- विदिशा रोड पर बसों की तेज रफ्तार के चलते हादसों का बढ़ा ग्राफ

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सलामतपुर2 घंटे पहले
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स्टेट हाइवे 18 पर जाती हुई खटारा बस।
भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सैंकड़ों की संख्या में बसें व अन्य वाहन प्रतिदिन अंधी रफ्तार से निकलते है। जिनकी रफ्तार पर लगाम लगाना आवश्यक है। एक सप्ताह के भीतर इस रोड पर कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी है लेकिन आरटीओ या पुलिस तेज रफ्तार चलने वाली बसाें पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसकी वजह से बसों के ड्राइवरों के हौसले बुलंद हैं। वह बसों को भी अंधी रफ्तार से दौड़ा रहे हैं।
अभी कुछ समय पहले ही शुक्रवार रात सांची शहर में एक चार्टर्ड बस ने तेज़ रफ़्तार से एक स्कार्पियो को उड़ा दिया। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसी तरह कुछ दिन पूर्व विदिशा से भोपाल सवारी लेकर जा रही प्रीत कंपनी की बस के पिछले चारों पहिए निकल जाने से बस में बैठे कई लोग घायल हो गए थे।
भोपाल विदिशा हाइवे के दीवानगंज देहरी गांव के पास प्रीत ट्रेवल्स की चलती बस (एमपी04 पीए 3154) के पिछले चारों पहिए निकलकर खेत में पहुंच गए थे। इस हादसे में बस में सवार 8 से 10 लोग घायल हो गए थे। जिन्हें उपचार के लिए 108 की मदद से भोपाल भेजा गया था।
वहीं हादसे के बाद विदिशा भोपाल हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम की स्थिति भी बन गई थी। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी। बताया जाता है भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तेज रफ्तार खटारा बसें दौड़ रही हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस चेक नहीं किया जाता है।
लोगों का कहना है रायसेन आरटीओ सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं लेकिन उनको ये खटारा और तेज़ रफ़्तार बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर या ज़िग-ज़ैग नहीं रखे गए तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि नगर में शीघ्र ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में भी उठ चुका है यह मुद्दा
पुलिस थाने में हुई शांति समिति की बैठकों में नगरवासियों ने रफ़्तार पर नियंत्रण करने हेतू जिगजेग बनाने और यातायात हवलदार तैनात करने की मांग कई बार की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रोज हाइवे से निकलती हैं लगभग 100 बसें
भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर ,झांसी से इंदौर की ओर तेज रफ्तार से जाती है। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डंपर, ईंट, ढोने वाली 407 , डीजल टैंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं।
रफ्तार पर लगाम जरूरी
तेज़ रफ़्तार बसों पर कार्रवाई होना आवश्यक है। सलामतपुर रोड से बसें अंधी रफ्तार से निकलती हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। और इसके साथ ही खटारा बसों के परमिट निरस्त किए जाएं। -रघुवीर मीणा , सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।
बसों पर होती है कार्रवाई
शीघ्र ही बसों की तेज रफ्तार पर अंकुश लगाया जाएगा। ऐसे तेज़ रफ़्तार चार्टर्ड बसों पर चालानी कार्रवाई कर समझाईश दी जाएगी। -देवेन्द्र पाल सिंह, थाना प्रभारी सलामतपुर।
शिकायत की, पर नहीं हो हुई काेई कार्रवाई
स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार शिकायत के माध्यम से ज़िम्मेदार अफसरों को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन समस्या का समाधान कई वर्ष बीतने के बाद भी संभव नही हो सका। -नीरज जैन बंटी भैया, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलामतपुर।
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