एसडीएम पर हमले का मामला: एसआईटी गठित होने के बाद थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी को भेजा लाइन, आरक्षक निलंबित, बैंच नंबर की तलाश के लिए मांगा रिकॉर्ड

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- After The Formation Of The SIT, The Line Was Sent To The Station In charge And The Outpost In charge, The Constable Suspended, Records Sought To Find The Bench Number
धारएक घंटा पहले
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जिले के कुक्षी में पदस्थ एसडीएम व आईएएस नवजीवसिंह पंवार के साथ हुई मारपीट के मामले में धार एसपी ने एसआईटी गठित की थी, इस टीम के गठन होने के महज कुछ घंटों बाद ही कुक्षी के थाना प्रभारी सीबी सिंह व चौकी प्रभारी जेसी निनामा को हटा दिया गया है। दोनों ही अधिकारियों को लाइन भेजा गया हैं।
इधर शुक्रवार से इस पूरे मामले की जांच अब एडीशनल एसपी के मार्गदर्शन में अधिकारियों की एक विशेष टीम द्वारा की जाएगी। वहीं दो अधिकारियों को लाइन भेजने के साथ ही 34वीं बटालियन में पदस्थ एक आरक्षक को भी निलंबित किया गया हैं, आरक्षक की डयूटी एसडीएम के साथ थी तथा घटना के दौरान कर्तव्यों का पालन नहीं करने व सुरक्षा नहीं देने के चलते निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल दो दिन पूर्व कुक्षी के ढोल्या घाटी से अवैध शराब का परिवहन ट्रक के माध्यम से होने की सूचना 13 सितंबर को सुबह के समय एसडीएम को मिली थी, जिसके बाद नायब तहसीलदार कृणाल अवासिया को साथ में लेकर एसडीएम ने उक्त वाहन का पीछा किया व ग्राम हल्दी में ढाबे के सामने ट्रक क्रमांक एमपी-09 एच-0112 को रोका गया तथा अधिकारी वाहन चालक से ट्रक को लेकर चर्चा कर रहे थे तभी पीछे से शराब तस्कर सुखराम पिता वेस्ता अपने साथियों को लेकर पहुंचा व अधिकारियों के साथ मारपीट करते हुए जानलेवा हमला किया।
इस दौरान नायब तहसीलदार को बंधक बनाकर भी आरोपी लेकर गए थे अचानक हुए घटनाक्रम के बाद प्रशासन हरकत में आया व इंदौर से भी अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे। इस मामले में अभी 4 आरोपी फरार हैं, जिनपर 10-10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। एसपी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजगढ के थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार मालवीय को कुक्षी थाने की कमान व उनि दिलीप कुमार तडेवला को निसरपुर चौकी का प्रभारी बनाया गया है। वहीं 34वीं बटालियन की ए-कंपनी के माध्यम से कुक्षी एसडीएम के गनमैन के रुप में पदस्थ आरक्षक पुनीत पांचाल को भी एसपी ने निलंबित कर दिया है।
अब मांगा रिकॉर्ड, स्थिति होगी स्पष्ट
इस पूरे मामले की जांच के लिए धार से एक टीम बडवानी पहुंची थी, इस दौरान ट्रक आने वाले पूरे मार्ग का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद जिस संबंधित दुकानों से ट्रक में शराब की पेटियां रखने की बात कही जा रही थी, उन दुकानों का आबकारी अधिकारियों के साथ निरीक्षण भी किया गया, किंतु शुरुआती अवलोकन में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
ऐसे में कुक्षी पुलिस ने शराब की बोतलों पर लगे बैंच नंबर को लेकर रिकॉर्ड इंदौर आबकारी संभाग कार्यालय से मांगा हैं, जिसमें विशेषकर बड़वानी जिले को फोकस किया गया है। आबकारी विभाग अब फैक्ट्रियों के माध्यम से रिकॉर्ड चेक करने के बाद पुलिस को बता पाएगा कि उक्त बेच नंबर की पेटियां किस दुकान को आवंटित हुई व किस ठेकेदार को दी गई हैं, जिसके आधार पर पुलिस उन्हें भी आरोपी बनाएगी।
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