एक नहीं,कलेक्टर पर 3 बार भड़के थे झाबुआ के आदिवासी: 32 किमी दूर से पैदल आए छात्रों तक से नहीं मिलते थे; जानिए और किस्से…

[ad_1]

झाबुआ17 मिनट पहले

हटाए गए कलेक्टर सोमेश मिश्रा

झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा को भी तत्काल प्रभाव से मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हटा दिया। अपर आयुक्त राजस्व रजनी सिंह को झाबुआ का नया कलेक्टर बनाया गया है। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश भी जारी हो गए हैं। दो दिन में दो बड़े अधिकारियों को सीएम ने हटाया है। दोनों ही आदिवासी वोटबैंक से जुड़े हैं। भ्रष्टाचार की शिकायतें पहले भी खूब हुईं लेकिन आदिवासियों के बीच बनते जा रहे परसेप्शन को प्रशासनिक सर्जरी का बड़ा कारण् ामाना जा रहा है। तीन उदाहरणों से समझिए आदिवासियों की बढ़ती नाराजगी…

केस 1 : कलेक्टर से मिलने पहुंचे स्टूडेंट्स के पैरों में पड़ गए थे छाले

छात्रवृत्ति को नहीं मिलने से परेशान स्टूडेंट्स अगस्त में 32 किमी चलकर पैदल झाबुआ कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे। आरोप है कि कलेक्टर छात्रों से नहीं मिले तक नहीं, न ही किसी ने रास्ते में छात्रों को समझाने की कोशिश की। 32 किमी पैदल चलने से इन छात्रों के पैरों में छाले पड़ गए, कुछ की तबीयत खराब हुई तो उन्हें अस्पताल तक ले जाना पड़ा था। कलेक्टर की नजरअंदाजगी का ऐसे ही रवैया जनवरी में भी सामने आया था। इससे आदिवासी स्टूडेंट्स के बीच सरकार और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भड़क रहा था। जानें पूरा मामला

ये छात्र 32 किमी चलकर पहुंचे थे कलेक्ट्रेट

ये छात्र 32 किमी चलकर पहुंचे थे कलेक्ट्रेट

केस 2 : लड़की ने कर दिया था चैलेंज

इससे पहले भी झाबुआ कलेक्टर का मामला सुर्खियों में था जब नौ महीने पहले कॉलेज के छात्र अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे। तब भी कलेक्टर छात्रों से मिलने नहीं पहुंचे दो घंटे धूप में खड़े रहने के बाद छात्रों का पारा चढ़ गया। इसी भीड़ में मौजूद लड़की निर्मला ने कलेक्टर को चैलेंज किया था कि आदिवासी छात्रों की मदद नहीं कर सकते तो हमको कलेक्टर बना दो, देश भर में लड़की का वीडियो वायरल हुआ था। जानिए पूरा मामला

आदिवासी छात्रा निर्मला

आदिवासी छात्रा निर्मला

केस 3 : इस बीच सीएम को मिली थी भ्रष्टाचार की शिकायत

सीएम शिवराज सिंह चौहान से जिले में सरकारी योजनाओं और जमीनों के मामले में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। इसके पहले सीएम मार्च में भगौरिया उत्सव में झाबुआ के थांदला पहुंचे थे। तब भी सीएम से स्कूलों में घटिया खेल सामग्री बांटने की शिकायत की गई थी। सीएम ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे। लेकिन मामले में एफआईआर के आगे बात नहीं बढ़ी। इसके अलावा झाबुआ जिले में लगातार आदिवासी छात्र अपने हक के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं।

झाबुआ जिले के पेटलावद की चुनावी सभा में सीएम। एक दिन पहले ही उन्होंने सभा ली और अगले दिन कलेक्टर को भी हटा दिया।

झाबुआ जिले के पेटलावद की चुनावी सभा में सीएम। एक दिन पहले ही उन्होंने सभा ली और अगले दिन कलेक्टर को भी हटा दिया।

कलेक्टर की बहन की शादी में लगा रहा पूरा अमला

फरवरी में हुई झाबुआ कलेक्टर की बहन की शादी भी क्षेत्र में चर्चा में रही थी। सूत्रों की माने तो पूरा सरकारी अमला यहां शादी में लगा रहा,। चर्चा रही की शादी का पूरा मैनेजमेंट ठेकेदारों और सप्लायरों के पास था। शादी जिले की सीमा से लगे गुजरात के दाहोद में एक रिसोर्ट में की गई।

अचानक मिली थी कलेक्टर पद पर पोस्टिंग

कलेक्टर सोमेश मिश्रा की पोस्टिंग 13 अप्रैल 2021 झाबुआ में ही अचानक हुई थी। कोरोना काल में तत्कालीन कलेक्टर रोहित सिंह संक्रमित हो गए। साथ ही संक्रमण बढ़ रहा था। बॉर्डर का जिला होने से सरकार ने चिकित्सा शिक्षा विभाग में उप सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे सोमेश मिश्रा को अचानक कलेक्टर बना दिया। मिश्रा के पास आयुष्मान भारत मिशन के सीईओ का अतिरिक्त प्रभार भी था। लेकिन डेढ़ साल में ही आदिवासियों के लगातार मोर्चा बंदी और जयस संगठन के हल्ला बोल ने भाजपा सरकार को अलर्ट कर दिया।

13 अप्रैल 2021 को झाबुआ में सोमेश की पोस्टिंग की गई थी और उन्हें तत्काल ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। करीब डेढ़ साल बाद उन्हें हटा दिया गया है।

झाबुआ की नई कलेक्टर रजनी सिंह कौन हैं

बालाघाट जिले में जिला पंचायत सीईओ रह चुकी रजनी सिंह (वर्तमान में इंदौर एडीशनल कमिश्नर रिवेन्यू) को झाबुआ कलेक्टर बनाकर भेजा गया है। उनके सामने आदिवासी स्टूडेंटस और उनके परिवारों से तालमेल बैठाकर भाजपा सरकार के लिए भरोसा जीतना ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसकी बड़ी वजह है कि यह जिला मालवा-निमाड़ में आता है और आदिवासी बहुल है। सरकार का पूरा फोकस आदिवासियों पर है, यह किसी से छुपा नहीं है। ऐसे में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले ‘सबकुछ ठीक’ करना CM शिवराज सिंह चौहान के लिए भी जरूरी है।

झाबुआ की नई कलेक्टर रजनी सिंह

झाबुआ की नई कलेक्टर रजनी सिंह

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button