एक और प्लांट बंद होने की कगार पर: मैनेजर ने मनमानी से कई श्रमिकों को निकाला, मजदूर आंदोलन करने का बना रहे मन

[ad_1]
सीहोर28 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सीहोर जिला मुख्यालय में नए उद्योग खुल नहीं पा रहे हैं और पुराने उद्योगों पर भी लगातार ग्रहण लग रहा है। जिला मुख्यालय के सुदाना पशु आहार संयंत्र की स्थिति भी कुछ इसी प्रकार की है। मैनेजर की मनमानी के चलते प्लांट लगातार चर्चाओं में तो बना ही हुआ है। वहीं प्लांट को घाटे में दर्शाकर श्रमिकों को निकाला जा रहा है। इससे निकाले गए श्रमिकों में रोष है। श्रमिकों ने आंदोलन का मन बना लिया है।
जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी इंदौर-भोपाल राजमार्ग पर स्थित सुदाना पशु आहार संयंत्र इस समय लगातार चर्चाओं में बना हुआ है। पिछले दिनों खराब माल और फंगस लगा माल सोसाइटी में पहुंचाने का मामला अभी सुर्खियों में ही है कि अब प्लांट से अनेक श्रमिकों को प्रबंधक ने बिना कारण वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर नौकरी से निकाल दिया है। इससे प्लांट में निकाले गए श्रमिकों में रोष की स्थिति है।
प्रभारी प्रबंधक के कारण बिगड़ी स्थिति
श्रमिकों का कहना है कि प्लांट में राजेश गोयल को प्रभारी प्रबंधक बनाया गया है। तब से प्लांट की स्थिति सुधरने की जगह काफी बिगड़ गई है, लेकिन देखने सुनने वाला कोई नहीं है। कोई आवाज उठाने की कोशिश करता है तो उसे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया जाता है या फिर उस जगह से हटाकर अन्य जगह तैनात कर दिया जाता है। वहीं अस्थाई कर्मचारियों को काम से ही हटा दिया जाता है।
श्रमिकों ने आरोप लगाया कि हाल ही में प्लांट से खराब फंगस लगा पशु आहार सोसाइटी में भेजे जाने और पशु आहार की क्वालिटी हल्की किए जाने से सोसाइटी से पशु आहार की मांग कम हो गई। पशु आहार का विक्रय कम होने का ठीकरा कर्मचारियों पर फोड़ दिया। प्लांट की एक शिफ्ट को बंदकर कर्मचारियों को हटा दिया। जिससे अनेक कर्मचारी बेरोजगार हो गए। श्रमिक विनोद कुमार ने कहा कि प्लांट में मैनेजर की मनमानी नहीं रुकी तो श्रमिक आंदोलन करेंगे।
Source link