उमा बोलीं-टेंट या झोपड़ी में रहूंगी: नई शराब नीति बनने तक चलाएंगी अभियान

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भोपाल4 घंटे पहले

‘मैं 7 नवंबर 2022 से 14 जनवरी 2023 मकर संक्रांति तक भवन त्याग दूंगी। नदी किनारे या किसी पेड़ के नीचे या अनुचित या निषिद्ध स्थान पर शराब की दुकान या अहाते के सामने टेंट लगाकर छोटी सी चौपाल लगाऊंगी।’

मध्यप्रदेश में नई शराब नीति की मांग को लेकर पूर्व CM उमा भारती एकबार फिर एक्शन में आ गई हैं। उन्होंने नई नीति बनने तक घर छोड़ने का ऐलान किया है। 7 नवंबर से वे घर छोड़ देंगी। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों को शराब के आतंक से मुक्ति नहीं मिल जाती, तब तक खुले आसमान के नीचे, जंगल में टेंट-झोपड़ी में ही रहूंगी। जरूरत पड़ी तो शराब दुकान या अहाते के सामने ही सोउंगी। वहीं पर टेंट लगाकर चौपाल करूंगी। जो कुछ मिलेगा खा लूंगी, नदी में स्नान करुंगी। उमा भारती प्रदेशभर में शराब के अहाते बंद करने कीन मांग भी कर रही हैं।

उमा भारती ने ये बातें शुक्रवार को भोपाल में अपने बंगले पर मीडिया से मुखातिब होने के दौरान कहीं। यही बात उन्होंने पहली बार सोशल मीडिया पर ऑनलाइन आकर भी कहीं। इसी दौरान उन्होंने घर छोड़ने का ऐलान किया। इससे पहले, वे मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग उठा चुकी हैं, लेकिन शिवराज सरकार के नशा मुक्ति अभियान के बाद वे शराबबंदी की जगह शराब नीति में बदलाव करने की मांग कर रही हैं।

शिवराज को बड़ा भाई बताया
उमा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ भी की। उन्हें बड़ा भाई बताते हुए कहा- शिवराज और सरकार ने पहली बार किसी जनआंदोलन को अभियान बनाया है। नई नीति जल्दी बने, इसलिए भ्रमण पर निकलूंगी। किसी भवन में नहीं रहूंगी। खुले में, पेड़ के नीचे, अहाते के सामने टेंट में ही रहूंगी। आपत्ति वाली दुकानों के फोटो और वीडियो लेकर शिवराज को भेजूंगी।

बोलीं- मैं शिवराज के खिलाफ नहीं
हमेशा तीखे तेवरों से सुर्खियों में रहने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि मैं शराब के खिलाफ और शिवराज के साथ हूं। इसलिए आंदोलन कर रही हूं। आगे भी करती रहूंगी।

लोगों की नजर में मैं ठगी सी रह गई
उमा ने कहा- मेरे इस निर्णय के पीछे का कारण हाल ही में बंद किए गए कुछ अहाते व दुकानें हैं। मुख्यमंत्री और मुझे सूचित किया गया कि अमुक दुकानें व अहाते बंद कर दिए गए हैं, जबकि वह खुले रहे। ऐसे में संबंधित दुकानदार कोर्ट से स्टे ले आए। मैं ठगी सी रह गई।

बताया भोपाल का उदाहरण
उमा भारती ने कहा कि भोपाल के अयोध्या बायपास में 30 साल पुराने देवी और हनुमान मंदिर हैं। इसके ठीक सामने ही शराब की दुकान है। मैंने पूछा तो अधिकारियों ने कहा कि 50 मीटर की दूरी होना चाहिए। इतनी कम दूरी में तो मेरी घर में ही कई दुकानें खुल सकती हैं। मैं इतनी दूरी चाहती हूं कि शराब दुकान से किसी को परेशानी न हो। स्थान के हिसाब से दूरी तय की जाना चाहिए।

नई नीति में ये चाहती हैं उमा

  • स्कूल-कॉलेज, कोचिंग या कोई भी शिक्षण संस्थान जब तक खुले रहें, तब तक शराब दुकानें बंद रहें। चाहे वह एक किलोमीटर दूर ही क्यों न हो
  • धार्मिक स्थान से 500 मीटर की दूरी हो
  • मजदूरों की बस्ती के आसपास दुकान न लगे
  • अस्पताल, अदालत, बस स्टैंड, महिलाओं के जमावड़े, लोगों की आपत्ति वाले स्थानों से दुकानें दूर हों।

उत्तराखंड से चुनाव लड़ने के संकेत
लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उमा ने उत्तराखंड से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी जहां से चाहेगी वहां से चुनाव लड़ूंगी। उन्होंने कहा कि मैं जहां से चुनाव लड़ती हूं, वहां बड़ा प्रोजेक्ट आता है। पिछले चुनाव में प्रदेश की 17 सीटों पर प्रचार किया और सभी जीतीं भी।

उमा भारती की शराबबंदी की मांग से जुड़ी अन्य खबरें…

शराब के खिलाफ उमा ने खोला था मोर्चा
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल की शराब दुकान को निशाना बनाया था। उमा अचानक एक शराब दुकान पर पहुंचीं और पत्थर से बोतलें फोड़ दीं। पूर्व सीएम शाम करीब साढ़े 4 बजे भेल क्षेत्र के बरखेड़ा पठानी पहुंचीं। यहां आजाद नगर में शराब की एक दुकान है। उमा दुकान में घुसीं और पत्थर से बोतलें तोड़ दीं। उमा कई बार राज्य में शराबबंदी की मांग कर चुकी हैं। पूरी खबर पढ़ें… शराब के खिलाफ उमा भारती की दबंगई

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ओरछा में शराब दुकान पर फेंका था गोबर
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मंगलवार को ओरछा में शराब दुकान पर गोबर फेंका। अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा- सरकार को ज्ञापन दिए और प्रशासन से भी इस दुकान को हटाने के लिए कहा। दुकान के विरोध में अब लोग कोई भी एक्शन लेते हैं तो अपराध नहीं कहा जाएगा, क्योंकि यहां दुकान खोलना ही महा अपराध है। मध्य प्रदेश उड़ता पंजाब की तरह कहीं उड़ता मध्यप्रदेश न बन जाए। पूरी खबर पढ़ें… उमा भारती ने शराब दुकान पर गोबर फेंका

चार महीने पहले उमा भारती ने ओरछा में शराब दुकान पर गोबर फेंका था। (फाइल फोटो)

चार महीने पहले उमा भारती ने ओरछा में शराब दुकान पर गोबर फेंका था। (फाइल फोटो)

शिवराज काे लिखी चिट्‌ठी- कहा- महिलाओं के लिए पत्थर मारा
पूर्व सीएम उमा भारती के शराब दुकान में घुसकर बोतलें तोड़ने के मामले में मध्यप्रदेश की राजनीति गरमा गई है। यह मुद्दा सोमवार को विधानसभा में भी गूंजा। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि उमा भारती ने शिवराज सरकार की नीतियों पर पत्थर मारा है। इधर, उमा ने सीएम शिवराज को चिट्ठी लिखकर कहा कि मैंने महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए पत्थर मारा है। कोई पुरुष यदि महिलाओं का अपमान करेगा, तो उसका सिर भी फोड़ दूंगी। पूरी खबर पढ़ें… अब सिर फोड़ेंगी उमा भारती

नड्‌डा को भी बताया था दर्द
मध्यप्रदेश में शराब के मुद्दे को लेकर भाजपा नेत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर शिवराज सरकार से नाराज दिखीं। इस बार उन्होंने सीधे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को 3 पेज का लेटर लिखा और इसे सार्वजनिक भी किया। लेटर में उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी पीड़ा जाहिर की है। उमा ने सभी भाजपा शासित राज्यों में एक जैसी शराब नीति लागू करवाने की मांग भी की है। उन्होंने लिखा कि मध्यप्रदेश में शराबबंदी पर मैं लगातार सक्रिय हूं, फिर कल जब घुटन महसूस हुई, तब प्रेस विज्ञप्ति और ट्वीट किए। पूरी खबर पढ़ें… नड्डाजी, मैं हंसी का पात्र बन गई

सोशल मीडिया पर भी जताया दर्द
मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने शराबबंदी के लिए मोर्चा खोल रखा है। इस पर उमा भारती और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में टकराव बढ़ता दिखाई दे रहा है। इस बार उमा भारती ने शुक्रवार को लगातार ट्वीट किए। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं मध्यप्रदेश की महिलाओं व बेटियों के साथ हूं। शराबखोरी के शिकार हो रहे बेटों के लिए भी चिंतित हूं। उनकी इज्जत व जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं, इस पर शर्मिंदा भी हूं। पूरी खबर पढ़ें… शराब नीति पर उमा बोलीं- मैं शर्मिंदा हूं

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