इज्तिमा में लंच-डिनर के लिए बिग अरेंजमेंट: डेढ़ सौ क्विंटल चावल के पुलाव बने; पानी की 12 लाख बोतलें बिकीं

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भोपाल6 मिनट पहलेलेखक: ईश्वर सिंह परमार
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी में चल रहे इज्तिमा में लंच-डिनर और ब्रेकफास्ट के लिए रोज बिग अरेंजमेंट हो रहा है। अरेंजमेंट भी ऐसा कि कोई भूखा न रहे। 2 दिन में डेढ़ सौ क्विंटल चावल के पुलाव बने तो 100 क्विंटल आलू-गोभी, टमाटर, मिर्च, धनिया, बैंगन की सब्जी भी बनाई गई। 12 लाख पानी की बोतलें और 10 लाख चाय भी बिक गई। हलवे के लिए सूजी, पाव, दाल, दूध के साथ ड्रायफ्रूट्स भी खूब इस्तेमाल हो रहे हैं। अगले दो दिन में ये आंकड़ा दोगुना या तीन गुना तक बढ़ जाएगा, क्योंकि देशभर से जमातों के आने का सिलसिला जारी है। इज्तिमा में वेज खाना ही बन रहा है।
ईंटखेड़ी के घासीपुरा में 300 एकड़ से ज्यादा एरिये में 18 नवंबर से इज्तिमा लगा है। इसमें देशभर से जमातें आई हैं। दो दिन में आंकड़ा 6 लाख लोगों के पार हो चुका है। वहीं, अगले दो दिन यह आंकड़ा बढ़ेगा, क्योंकि मध्यप्रदेश के साथ दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, बिहार आदि स्टेट से जमातें आ रही हैं। इनके रहने से लेकर खाने-पीने तक की सारी व्यवस्था इज्तिमा में ही गई है।

40 जोन में मिल रहा खाना-नाश्ता
93वें इज्तिमे में 10 लाख लोगों के आने का अनुमान है, लेकिन ये आंकड़ा बढ़ने का अनुमान है। इनके खाने-पीने के इंतजाम के लिए 40 जोन बने हैं। इनमें से 6 से 7 जोन नाश्ते और बाकी खाने के हैं। अनुमान के अनुसार, एक जोन में एवरेज एक से सवा क्विंटल सब्जी, डेढ़ से दो क्विंटल चावल, एक क्विंटल तक दालें, 7 से 8 हजार पाव, पानी की 15 हजार बोतलें, 10 हजार चाय आदि बिक रही है।

50 रुपए में भरपेट खाना, 20 में नाश्ता
इज्तिमा में लगे फूड जोन में सिर्फ 50 रुपए में भरपेट खाना और 20 रुपए में नाश्ता दिया जा रहा है। कई जगह तो बकायदा बैठाकर खाना खिलाया जा रहा है।
- 50 रुपए में दाल-चावल, वेज पुलाव, जर्दा (मीठा चावल), आलू-गोभी, बैंगन, टमाटर या सिजनेबल सब्जी और एक लीटर पानी की बोतल दी जा रही है।
- नाश्ते की बात करें तो इसकी कीमत 20 रुपए है। इसमें पाव-भाजी, हलवा, पानी की बोतल और चाय शामिल हैं।
- एक लीटर पानी की बोतल की कीमत 6 रुपए है।
- 5 रुपए में एक कट चाय दी जा रही है।
हर जोन में 200 लोगों की टीम
खाना या नाश्ता बनाने के लिए एक-दो नहीं बल्कि हजारों लोगों की टीम जुटी है। युवाओं के ग्रुप BBM नाश्ते का इंतजाम कर रही है। इसके लिए 200 युवा सुबह से रात तक व्यवस्था संभाले हुए रहते हैं। ग्रुप के सदस्य बताते हैं कि नाश्ता बनाने का काम रात से ही शुरू कर देते हैं। पाव दो देते हैं। बाकी भाजी, हलवा भरपेट खिला रहे हैं। पानी की बोतल और चाय भी नाश्ते में दी जा रही है।

2 दिन और चलेगा इज्तिमा
कोरोना के चलते पिछले दो साल से इज्तिमे का आयोजन नहीं हुआ है। इसके चलते इज्तिमा में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मालांबी जुट रहे हैं। भोपाल में आलिमी तब्लीगी इज्तिमा मुस्लिम समुदाय के दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। बताया जाता है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में ही इज्तिमा होता है। भोपाल के इज्तिमे में विदेशी जमातें भी शामिल होती रही हैं, लेकिन पहली बार इस साल विदेशी जमातें नहीं आएंगी। देशभर से ही जमातें आ रही हैं। हर दिन मुस्लिम धर्मगुरु तकरीरें (प्रवचन) कर रहे हैं।

भोपाल में ऐसे शुरू हुआ इज्तिमा
भोपाल में इज्तिमा की शुरुआत 1947 में मस्जिद शकूर खां में महज 12 या 14 लोगों के साथ की गई थी। इसके दो साल बाद इसे ताजुल मसाजिद में किया जाने लगा। जब इसमें आने वाले लोगों की संख्या लाखों में होने लगी और मसाजिद परिसर छोटा लगने लगा तो इसे साल 2015 में बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी के पास घासीपुरा में शिफ्ट कर दिया गया। तब से यह वहीं पर लगाया जा रहा है। इसके लिए दो महीने पहले से तैयारियां शुरू कर दी जाती है। बड़े-बड़े डोम, टेंट समेत बुजु खाने, टॉयलेट, पानी-सीवेज लाइन और बिजली के इंतजाम शुरू कर दिए जाते हैं। इस बार भी सारे इंतजाम हो चुके हैं।
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