इंदौर में अफसर के बेटे की शर्मनाक करतूत: दोनों बच्चों को नशीला केक खिलाकर बेहोश किया, मुझसे रेप किया और फिर…

[ad_1]
इंदौर9 मिनट पहले
यह दर्दनाक कहानी है इंदौर में दो बच्चों की मां की..। पुलिस अफसर (ASI) के बेटे ने दोस्ती के बहाने उसकी जिंदगी बर्बाद कर डाली। क्या महिला का पति, क्या बच्चे और क्या मां… सब इतने खौफजदा थे कि सब सुसाइड करने पर आमादा हो गए थे। पर रिश्तेदार की सलाह पर समय रहते संभल गए। तमाम मिन्नतें कर आखिरकार उस पुलिस अफसर के बेटे पर मुकदमा करा दिया। कैसे इस दरिंदे से उसकी दोस्ती हुई, कैसे धमकाता और घूरता था, कैसे ब्लैकमेल कर रुपए-गहने तक छीन लिए, आखिर में एफआईआर तक नहीं होने दे रहा था.. पूरी कहानी पीड़िता की जुबानी
‘जबलपुर की रहने वाली हूं। शादी के बाद इंदौर आई। पति साथ ही रहते हैं लेकिन जॉब के सिलसिले में बाहर जाना पड़ता था। दो बेटे हैं, बड़ा 11 साल का, छोटा 8 साल का। मेरी जिंदगी में विकास लोहानी की एंट्री जुलाई 2021 में हुई। वह किसी ग्रुप पर होने से टेलीग्राम के जरिए मुझे संपर्क में आया। तब हमारी सामान्य दोस्ती हो गई।
वह इंदौर के CRP लाइन में ही रहता है और पुलिस अफसर का लड़का बताता था। छह महीने तक हमारी सामान्य दोस्ती चलती रही। 31 दिसंबर 2021 दिन मेरे के लिए इतना मनहूस होगा, यह सोचा भी नहीं था। वह न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बहाने मेरे घर आ गया। तब घर में सिर्फ मेरे दोनों बेटे थे। पति ड्यूटी के सिलसिले में बाहर गए हुए थे।
वह हम तीनों के लिए केक और कोल्ड्रिंक्स लाया था। केक कटवाकर खिलाया तो दोनों बेटे तभी बेहोश हो गए। मैं भी बदहवास हो गई, कुछ देर में मैं भी बेहोश हो गई। उसने बेहोशी की हालत में मुझसे रिलेशन बनाए और VIDEO भी बना लिए। होश में आने पर मुझे एहसास हुआ तो विरोध जताया। इस पर उसने धमकाया कि VIDEO वायरल कर दिए तो कुछ नहीं बचेगा।
एक बार नहीं, उसने यही धमकी कई बार दी और रिलेशन बनाता रहा। मैंने अपने पति को यह पूरी घटना बता दी। उन्होंने बात की तो उन्हें भी धमका दिया। वह कहता था कि तुम्हारे दोनों बच्चों को मार डालूंगा। मेरा कुछ नहीं होगा, मेरा बाप पुलिस में है।
हम इतना डर गए कि…
विकास की धमकियां से हम इतना डर गए थे कि मैंने अपनी मां को जबलपुर से साथ रहने के लिए इंदौर बुला लिया। पति बाहर जाते रहते थे इसलिए मुझे यह डर था कि अकेले रहने पर यह हमें कुछ भी कर सकता है।
उसने मेरा घर से निकलना दुश्वार कर दिया था। घंटों तक अपार्टमेंट के नीचे ही गाड़ी लगाकर खड़ा रहता था। बाहर जाने पर पीछा करता था। मैंने कई मोबाइल नंबर बदले। इस पर वह बच्चों को मारने की धमकी देता था। इस कारण सहती रही।
उसने मेरी ज्वेलरी के साथ रुपए भी लेना शुरू कर दिए। पति बाहर जाते तो कार घर पर रहती थी। वह कभी उसे ले जाता और जब मन होता छोड़ जाता। आरोपी कार भी अपने नाम कराना चाहता था।
मां के आने के बावजूद उसकी हरकतें नहीं रुकीं। वह तब भी फ्लैट पर आ जाता और गंदी हरकतें करता। डर के चलते करीब दो किलोमीटर दूर दूसरे अपार्टमेंट में फ्लैट ले लिया। विकास वहां भी आ धमका। जॉब पर जाती तो वहां भी बाहर आकर खड़ा हो जाता। बच्चों के पास फ्लैट पर मां को ही हर हाल में छोड़कर जाती हूं। पता नहीं कि कब उनके साथ गलत कर दे।
पति को जब भी यह बातें बताईं तो वह तनाव में आ जाते थे। उन्होंने तो डिप्रेशन में यह तक कह दिया कि मैं दोनों बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दूंगा। आखिर में उन्होंने रिश्तेदार से सलाह मशविरा किया तो उन्होंने पुलिस में हर हाल में शिकायत करने की हिम्मत बंधाई।
हम इज्जत गंवाने का डर था, फिर भी अंतत: तंग आकर तिलक नगर थाने पहुंच गए। वहां भी पुलिस ने पहली बार में कुछ नहीं सुना। हमें थाने में बैठाए रखा। जब मैंने पुलिसवाले के बेटे विकास लोहानी का नाम बताया और वे मुझे ही दोषी कहने लगे। उस रात तीन बजे तक थाने में बैठाए रखा। उसका पिता भी पहुंच गया और समझौते का दबाव बनाने लगा। मेरे पति ने उनसे दो टूक कह दिया कि अब इतने तंग आ गए हैं कि विकास को सजा दिलाकर रहेंगे। पीछे नहीं हटने वाले..। अंतत: वकील के जरिए दखल कराई तब जाकर एफआईआर हो पाई।
बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
Source link