इंतजार बरकरार: 6 दिन बाद भी मुख्य नहर में मिल रहा 385 क्यूसेक पानी, किसान नहीं कर पा रहे पलेवा

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हरदाएक घंटा पहले

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नहर में क्षमता से कम मिल रहा पानी। - Dainik Bhaskar

नहर में क्षमता से कम मिल रहा पानी।

जिले में तवा डेम से पानी छाेड़ने के 6 दिन बाद भी जिले की नहराें में पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे किसान पलेवा के लिए परेशान हैं। जिले की मुख्य नहर 3008 में 2053 क्यूसेक वाटर लेवल की बजाए रविवार काे मात्र 358 क्यूसेक पानी मिला। इसमें भी टिमरनी संभाग की हंडिया नहर में 168 क्यूसेक और हरदा संभाग एलबीसी में 190 क्यूसेक पानी मिल रहा है। टिमरनी के टेल क्षेत्र नयापुरा और हरदा के टेल क्षेत्र झांझरी तक पहुंचने से पहले ही पानी का प्रवाह टूट गया है। इस कारण किसान पलेवा नहीं कर पा रहे हैं।

अधिकारियों का दवा है कि देर शाम तवा डेम से 1590 क्यूसेक पानी छाेड़ा गया। साेमवार सुबह तक 2000 क्यूसेक के आसपास पानी छाेड़ा जाएगा। इसी दिन देर रात तक जिले में पानी का लेवल बढ़ेगा। भुवन खेड़ी के किसान गजाधर बाष्ट ने बताया कि नहर में पानी आते ही खेत में पलेवा शुरू किया। दोपहर में नहर बंद हाे गई। इसी तरह देवतलाब निवासी रामेश्वर कापड़िया ने बताया कि वे पलेवा के लिए नहर में पानी अाने का इंतजार कर रहे हैं। अब उन्हें बाेवनी लेट हाेने का डर सता रहा है।

विभाग ने डिमांड नहीं भेजी, इसलिए डेम से नहीं बढ़ाया पानी छोड़ने का गेज
भारतीय किसान संघ से जुड़े दीपचंद नवाद ने बताया कि विभाग ने अब तक नर्मदापुरम डिमांड नहीं भेजी। इसके चलते डेम से पानी बार-बार कम-ज्यादा किया जा रहा है। अधिकारियों की उदासीनता की वजह से किसान परेशान हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को हरदा जिले के मुख्य जल वितरण बिंदु 3008 पर मात्र 358 क्यूसेक पानी मिल रहा है। 5 नवंबर को 700 क्यूसेक पानी आने से कुछ नहरों में पानी चला। खेताें तक पानी पहुंचा ही था कि नहर का लेवल कम हाे गया। इस हिसाब से ताे टेल क्षेत्र के किसानों काे एक सप्ताह से अधिक समय पलेवा के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

तवा डेम से कम-ज्यादा पानी छाेड़ने के कारण आ रही परेशानी
जानकारी के मुताबिक रबी सीजन में जिले में 1 लाख 95 हजार हेक्टेयर में बाेवनी का लक्ष्य है। इसमें गेहूं का रकबा 90 हजार हेक्टेयर और चना का रकबा 1 लाख हेक्टेयर से अधिक रहने की उम्मीद है। जिले में किसानों ने बाेवनी शुरू कर दी है। लेकिन अब भी नहर से पानी नहीं मिला है। तवा डेम से 1 नवंबर काे 200 क्यूसेक पानी छाेड़ा गया। जिले की मुख्य नहर 3008 में पानी 3 नवंबर काे पहुंचा। तवा डेम से कम-ज्यादा पानी छाेड़ने की वजह से टेल क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही पानी की धार टूट गई। इसलिए किसान पलेवा का इंतजार कर रहे हैं।

एक दो दिन में नहरों में पर्याप्त पानी मिलने लगेगा
रविवार सुबह तवा डेम से करीब 700 क्यूसेक छाेड़ा, शाम काे 1590 क्यूसेक पानी छाेड़ा गया है। साेमवार शाम तक पानी का लेवल 2000 क्यूसेक के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। आज- कल में नहराें में पर्याप्त पानी डेम से मिलने लगेगा। -राेहित साेनी, एसडीओ, नहर, टिमरनी

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