आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं ने मनाया काला दिवस: ​​​​​​​बैतूल में कलेक्ट्रेट के पास काले कपड़े पहनकर किया विरोध, सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Betul
  • Betul Protested By Wearing Black Clothes Near The Collectorate, Demanding Increase In Honorarium From The Government

बैतूल41 मिनट पहले

अपनी 5 दिवसीय प्रदेशव्यापी हड़ताल के तहत बैतूल में आज आशा, ऊषा, आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा से जुड़ी कार्यकर्ताओं ने काला दिवस मनाकर सरकार का विरोध किया। उन्होंने धरना दिया और काले कपड़े पहनकर अपना विरोध जताया। कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया था। अपने निश्चित मानदेय की मांग कर रही कार्यकर्ताओं ने जिला उद्योग केंद्र के पास प्रदर्शन करते हुए काला दिवस मनाते हुए कहा कि सरकार उनकी मांगे अनसुनी कर रही है।

अपनी प्रदेश व्यापी हड़ताल के तहत कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि वे अब तक सैकड़ों ज्ञापन सौंप चुके है। लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए आज उन्हें काला दिवस मनाने को मजबूर होना पड़ रहा है। सोमवार उन्होंने अपनी 16 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा था। जबकि मंगलवार सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया था। वे 18 नवंबर तक हड़ताल पर है।

कार्यकर्ताओं ने आज मांग की है कि मिशन संचालक के प्रस्ताव को लागू कर आशा को 10,000 और पर्यवेक्षक को 15,000 रुपए निश्चित वेतन दिया जाए। अपनी प्रदेशव्यापी हड़ताल के पहले दिन कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग में प्रमुख मैदानी कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं। पूरे देश में मातृ एवं शिशु मृत्यु को रोकने के विभाग के अभियानों को कठिन परिस्थितियों में संचालित करने ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, महामारी से निपटने में आशाओं की भूमिका और आशाओं के काम के महत्व को मान्यता देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देश और प्रदेश की आशाओं को ग्लोबल हेल्थ लीडर की उपाधि देते हुए 6 अंतर्राष्ट्रीय अवार्डों से नवाजा है। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो आशाओं की मेहनत के चलते देश को मिली है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि मध्य प्रदेश की अधिकांश आशाएं अभी भी मात्र 2 हजार रुपये के अल्प वेतन में गुजारा करने के लिए विवश है। यह राशि भी केन्द्र सरकार द्वारा देय है।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button