आरटीओ: चालान में गड़बड़ी से ट्रैफिक पुलिस परेशान, साफ्टवेयर में नहीं है एडिट का आॅप्शन

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भोपाल39 मिनट पहले

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आरटीओ में रिकार्ड दुरुस्त नहीं होना भी सबसे बड़ा कारण। - Dainik Bhaskar

आरटीओ में रिकार्ड दुरुस्त नहीं होना भी सबसे बड़ा कारण।

आईटीएमएस से बन रहे वाहनों के चालान को लेकर ट्रैफिक पुलिस परेशान है। गलत चालान कटने के बाद वाहन मालिक पुलिस से शिकायत करता है तो ऐसे में पुलिस उसे एडिट या डिलीट नहीं कर सकती है। इसका मुख्य कारण यह है कि आईटीएमएस के साफ्टवेयर में एडिट या डिलीट का ऑप्शन नहीं है।

दूसरा कारण चालान बनाने का अधिकार स्मार्ट सिटी को हैं और उस पर साइन करने का अधिकार पुलिस के एक सूबेदार या सब इंस्पेक्टर को दिया गया है। चालान में गड़बड़ी की जिम्मेदार पुलिस है। चालान को कैंसिल कराने के लिए लंबी प्रक्रिया के कारण कई बार वाहन मालिक को गलती नहीं होने के बाद भी चालान भरना पड़ता है। चालान में गड़बड़ी की मुख्य वजह आरटीओ में वाहनों का रिकार्ड दुरुस्त नहीं होना भी है। आरटीओ में 70 प्रतिशत तक वाहनों का ही रिकार्ड सही है।

शहर के 22 स्थानों पर आईटीएमएस द्वारा पहले प्रतिदिन 300 चालान प्रतिदिन बनाए जा रहे थे। लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 500 कर दी गई है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान ऑनलाइन बनते हैं और इन पर ट्रैफिक पुलिस का सूबेदार या सब इंस्पेक्टर साइन करता है। इन्हें डाक द्वारा रजिस्ट्रेशन में दर्ज रजिस्टर्ड पते पर पोस्ट किया जाता है।

आईटीएमएस से बने चालानों में कुछ चालान ऐसे भी कटे थे जिसमें एक की नंबर पर दो या तीन गाड़ियों चल रहीं थी। ऐसे में जब वाहन मालिक के पास चालान पहुंचा तो उन्होंने इस पर आपत्ति करते हुए ट्रैफिक के अफसरों से शिकायत की। कुछ मामलों में वाहन का भोपाल में चालान कटा, लेकिन वाहन मालिक के पास चालान दूसरे शहर में पहुंचा, जबकि वह भोपाल ही नहीं आया था।

उसके नंबर का इस्तेमाल कर चोरी के वाहन को चलाया जा रहा था। कुछ शिकायत ऐसी भी मिली कि जिसमें स्कूटर सवार के 25 से ज्यादा चालान बिना हेलमेट के बने। इसी प्रकार कई अफसरों की गाड़ियों के भी चालान जब उनके पास पहुंचे तो उन्होंने भी ट्रैफिक के अफसरों से चालान कैंसिल करने को कहा।

जब इन चालानों को कैंसिल करने की बात आई तो साफ्टवेयर में एडिट या डिलीट का ऑप्शन ही नहीं था। ट्रैफिक पुलिस ने डीपीओ से भी इस संबंध में सलाह की, लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला। आरटीओ में रिकार्ड दुरुस्त नहीं होने से परेशानी ज्यादा है। दूसरे राज्यों की गाड़ियां भी बिना ट्रांसफर यहां धड़ल्ले से दौड़ रहीं हैं। ट्रैफिक पुलिस ने स्मार्ट सिटी को साफ्टवेयर को अपडेट करने पत्राचार भी किया है।

सीईओ की नोट शीट से होते हैं निरस्त…

विशाल मालवीय, थाना प्रभारी, ट्रैफिक गलत चालान कटने की शिकायतें मिलती हैं। वाहन मालिक द्वारा थानों में की गई शिकायत की कापी प्रस्तुत की जाती हैं। इसके बाद चालान निरस्त करने का प्रस्ताव स्मार्ट सिटी को भेजा जाता है। सीईओ स्मार्ट सिटी ऐसे चालानों को निरस्त करते हैं।

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