Chhattisgarh

अपराधियों को पकड़ने के साथ ही दोष सिद्धि पर भी ध्यान दें विवेचक – आईजी रामगोपाल गर्ग

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

दुर्ग – पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के द्वारा हत्या के मामलों की प्रभावी जांच हेतु “रेंज स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया।

इस विशेष प्रशिक्षण का उद्देश्य विवेचकों को हत्या के प्रकरणों की जाँच में दक्ष बनाना तथा घटनास्थल से लेकर न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुत करने तक की समग्र प्रक्रिया की जानकारी देना रहा। इस प्रशिक्षण सत्र में स्वयं पुलिस महानिरीक्षक महोदय द्वारा पावर पाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सूचना प्राप्ति के पश्चात त्वरित कार्यवाही एवं घटनास्थल पर रवाना होने की प्रक्रिया , घटनास्थल निरीक्षण के दौरान महत्वपूर्ण सावधानियाँ एवं तकनीकी बिंदु , भौतिक – वैज्ञानिक एवं डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित करने की विधियाँ , पंचनामा एवं पोस्टमार्टम की प्रक्रिया और उससे जुड़ी संवेदनशीलता , आरोपी की पहचान , तलाश एवं गिरफ्तारी के बाद की वैधानिक प्रक्रिया , साक्ष्य प्रस्तुति , केस डायरी एवं चार्जशीट के दस्तावेजीकरण की रणनीति विषयों पर गहराई से जानकारी दी गई।

इस प्रशिक्षण में दुर्ग रेंज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग विजय अग्रवाल , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बेमेतरा रामकृष्ण साहू एवं पुलिस अधीक्षक बालोद योगेश पटेल , रेंज के राजपत्रित अधिकारी , थाना प्रभारियों सहित कुल नब्बे से अधिक विवेचक ऑनलाइन माध्यम से सम्मिलित हुये। कार्यक्रम का उद्देश्य था कि विवेचक मर्डर केस की हर कड़ी को वैज्ञानिक , संवेदनशील और वैधानिक ढंग से समझ सकें ताकि न्यायिक प्रक्रिया में मजबूत साक्ष्य के आधार पर अपराधियों को सजा दिलाई जा सके। पुलिस महानिरीक्षक महोदय ने प्रशिक्षण के अंत में सभी अधिकारियों से अपील की है कि वे प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी को अपने दैनिक कार्य में लागू करें तथा गंभीर अपराधों की विवेचना को और अधिक प्रभावी बनायें।

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