आंवला: भारत का सुपरफ्रूट, सेहत और सुंदरता का खजाना

नई दिल्ली: आंवला, जिसे आयुर्वेद में जीवन देने वाला फल कहा गया है, आज के समय में हेल्दी फलों जैसे एवोकाडो और ऑरेंज से भी ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है। इसे सुपरफ्रूट ऑफ इंडिया कहा जाता है क्योंकि इसमें विटामिन सी की मात्रा संतरे से लगभग 10 गुना और एवोकाडो से 70 गुना अधिक होती है।
100 ग्राम आंवला में करीब 700 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने, त्वचा को निखारने और शरीर में कोलेजन बनाने के लिए जरूरी है। आंवला शरीर को ठंडक देता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
आंवला का नियमित सेवन वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित रखता है। यह त्वचा को चमकदार बनाता है, बालों को मजबूत करता है और मानसिक शांति भी देता है। वजन घटाने में भी यह मददगार है क्योंकि इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है। यह पाचन सुधारता है, कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है।
लिवर की सफाई और ब्लड प्यूरीफिकेशन के लिए आंवला बेहद उपयोगी है। खाली पेट इसका रस पीने से शरीर के टॉक्सिन्स निकलते हैं और ऊर्जा स्तर बढ़ता है। डायबिटीज और हृदय रोगियों के लिए भी यह वरदान से कम नहीं है। इसमें मौजूद क्रोमियम ब्लड शुगर नियंत्रित करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल घटाता है।
इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण झुर्रियों को कम करते हैं, बालों को सफेद होने से रोकते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं। सुबह खाली पेट आंवला रस पीना फायदेमंद है। रात में त्रिफला चूर्ण लेने से शरीर डिटॉक्स होता है और हफ्ते में दो बार आंवला तेल से बालों की मालिश करने से बाल घने और मजबूत बनते हैं।




