अ…मृत योजना: न सभी क्षेत्रों में पानी पहुंचा न चलने लायक बचीं सड़कें, 730 करोड़ रुपए की योजना; 3 साल में भी उद्देश्य नहीं हो पाया पूरा

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Gwalior
  • No Water Accessible In All Areas, No Movable Roads Left, Rs 730 Crore Plan; Objective Could Not Be Fulfilled Even In 3 Years

ग्वालियर17 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
लक्ष्मण तलैया रोड खुदी पड़ी होने की वजह से यहां से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। - Dainik Bhaskar

लक्ष्मण तलैया रोड खुदी पड़ी होने की वजह से यहां से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है।

  • आलम यह है कि ठेका कंपनी और नगर निगम जिन सड़कों का संधारण होने का दावा कर रहा है, वे सड़कें भी बारिश के दौरान ट्रैफिक का लोड नहीं ले पा रही
  • मेन रोड के अलावा कॉलोनियों के अंदर की सड़कें भी चलने लायक नहीं बची

शहर की पेयजल और सीवेज व्यवस्था को सुधारने के लिए शुरू की गई 730 करोड़ की अमृत योजना की स्थिति यह है कि न तो तीन साल होने के बाद भी न तो पूरी तरह से पानी की सप्लाई शुरू हो पाई है, और न ही योजना की लाइनें बिछाने के लिए खोदी गईं सड़कें ही चलने लायक बची हैं। आलम यह है कि ठेका कंपनी और नगर निगम जिन सड़कों का संधारण होने का दावा कर रहा है, वे सड़कें भी बारिश के दौरान ट्रैफिक का लोड नहीं ले पा रही हैं।

अमृत योजना का काम पूरा करके गर्मियों में पानी की सप्लाई शुरू की जाना थी। बारिश का सीजन भी लगभग समापन की ओर है, लेकिन सप्लाई अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। नई परिषद के गठन के बाद महापौर और पार्षदों की पहली परिचय बैठक में अधिकांश पार्षदों ने अमृत योजना के तहत बिछाई गई लाइनों का मिलान न होने की समस्या बताई थी। इससे पहले मंत्री और विधायकों की बैठक में भी अमृत योजना का काम पूरा न होने की शिकायतें उठती रही हैं।

कहीं टंकी नहीं भरी तो कहीं मिलान नहीं

अमृत योजना के तहत किए गए काम को लेकर परेशान जनप्रतिनिधियों का कहना है कि योजना की मॉनीटरिंग के अभाव में इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बाद भी पानी के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। शांति नगर, रिसाला बाजार मुरार, जयारोग्य चिकित्सालय और अमेटी यूनीवर्सिटी के पास बनाई गईं पानी की टंकियों के नियमित रूप से न भरे जाने के कारण इनसे जुड़े क्षेत्रों में तिघरा के पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही। हुजरात कोतवाली और उपनगर ग्वालियर के माता मंदिर में टंकी का निर्माण अभी नहीं हो पाया है। वहीं गुढ़ा और अवाड़पुरा सहित अन्य कई क्षेत्रों में बड़ी लाइनों का मिलान न होने के कारण लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।

संधारण के दावे, फिर भी सड़कें बनीं सिरदर्द

पानी और सीवर की लाइनें बिछाने के लिए खोदी गईं सड़कें बारिश के दौरान लोगाें का सिरदर्द बन गई हैं। एक ओर जहां सड़कों के गड्‌ढे ट्रैफिक की रफ्तार रोक रहे हैं, वहीं दूसरी और अमृत योजना की सड़कें संधारण के बाद भी चलने लायक नहीं है। पड़ाव चौराहे से पहले डफरन सराय के सामने रोड की पूरी पट्‌टी पर गिट्‌टी का चूरा भरने के कारण ट्रैफिक नहीं निकल पा रहा है। राजपायगा रोड पर संधारण कर दिया गया था, लेकिन ये रोड बारिश में बैठ गई। स्टेशन के चार नंबर प्लेटफार्म से सीधे नए पड़ाव पुल की ओर जाने वाली रोड की स्थिति भी यही है। मेन रोड के अलावा कॉलोनियों के अंदर की सड़कें भी चलने लायक नहीं बची हैं।

मानसून के बाद सड़कों पर काम शुरू कराएंगे

अमृत योजना का अधिकतर काम पूरा हो चुका है। कुछ क्षेत्रों में मिलान आदि की शिकायतें आ रही हैं, वहां तेजी से काम कराए जा रहे हैं। रही सड़कों की बात तो बारिश में तो सिर्फ मुरम और गिट्‌टी डालकर गड्‌ढे भर रहे हैं। मानसून सीजन खत्म होने के बाद शहर की सभी सड़कों पर काम शुरू कराया जाएगा।
-किशोर कन्याल, आयुक्त, नगर निगम

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button