असुविधाओं की भरमार: सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में बैठने की व्यवस्था नहीं, सीढ़ियों पर घंटों तक खड़े रहते हैं लोग

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- There Is No Seating Arrangement In The Sub registrar’s Office, People Stand On The Stairs For Hours
इंदौर6 मिनट पहले
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बैठने के लिए केवल 20 लोगों के लिए चेयर हैं, लेकिन बाकी लोगों को घंटों खड़े रहना पड़ता है
- शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में रजिस्ट्री के लिए आने वाले लोगों की फजीहत
- पार्किंग की पर्याप्त सुविधा नहीं, सर्विस रोड पर खड़े करना पड़ रहे वाहन
प्रदेश को रजिस्ट्री शुल्क, स्टॉम्प ड्यूटी देने वाला पंजीयन विभाग खुद अव्यवस्थाओं का शिकार है। खासकर एबी रोड पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स स्थित सब-रजिस्ट्रार कार्यालय की स्थिति दयनीय है। यहां आने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शहर में चार स्थानों पर क्षेत्र के हिसाब से रजिस्ट्री का काम होता है। मुख्य कार्यालय प्रशासनिक संकुल की दूसरी बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लाेर पर है तो अन्य कार्यालय एमओजी लाइन, ढक्कनवाला कुआं और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में है। लोगों को ज्यादा देर लाइन में न लगना पड़े और समय पर रजिस्ट्री हो जाए, इसी उद्देश्य से यह उप कार्यालय खोले गए थे। तीन स्थानों पर तो पर्याप्त व्यवस्था है, लेकिन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स वाले ऑफिस की स्थिति काफी खराब है।
दीवारें पान-गुटखे की पीक से रंगी हुईं, वेंटिलेशन भी नहीं
बैठने के लिए केवल 20 लोगों के लिए चेयर हैं, लेकिन बाकी लोगों को घंटों खड़े रहना पड़ता है। यहां गंदगी की भी भरमार है। कचरे के साथ पान-गुटखे की पीक से दीवारें रंगी हुई हैं। पर्याप्त वेंटिलेशन नहीं होने से गर्मी और उमस से लोग परेशान होते रहते हैं। अधिकतर लोगों को नीचे ही अपने स्लॉट का इंतजार करना पड़ता है।
घर बैठे रजिस्ट्री योजना 7 साल बाद भी शुरू नहीं हो सकी
एडवोकेट प्रमाेद द्विवेदी ने बताया कि सरकार ने 2015 में घर बैठे रजिस्ट्री योजना की शुरुआत करने की बात कही थी। पिछले 7 सालों से यह योजना शून्य है। रजिस्ट्री के लिए कार्यालय ही आना होता है। मामले में वरिष्ठ जिला पंजीयक बीके मोरे ने बताया कि हम उपयुक्त स्थान की तलाश कर रहे हैं। लोगों को परेशानी न हो ऐसी व्यवस्था शुरू करेंगे।
पार्किंग की पर्याप्त सुविधा नहीं, सर्विस रोड पर खड़े करना पड़ रहे वाहन
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर सीढ़ियों के साथ ही असुविधाएं मिलना भी शुरू हो जाती हैं। सबसे पहले लोगों को पार्किंग के लिए जूझना पड़ता है। कई बार उन्हें गाड़ियां बीआरटीएस की सर्विस रोड पर खड़ी करना पड़ती हैं। पूरा कार्यालय 10-10 फीट के दो कमरों में बना हुआ है। यहां 100 से ज्यादा रजिस्ट्रियां रोजाना होती हैं। रजिस्ट्री करवाने वाले और गवाहों की संख्या करीब 500 के लगभग होती है। स्थिति यह हो जाती है कि लोगों को अपना नंबर आने का इंतजार करने के लिए सीढ़ियों पर खड़ा रहना पड़ता है।
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