अमेरिकन साइंटिस्ट्स ने कैंसर के लिए बनाई ‘सुपर वैक्सीन’, शुरू होने से पहले ही जड़ से खत्म कर देगी बीमारी

अमेरिका के वैज्ञानिकों ने कैंसर से लड़ाई में एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट (University of Massachusetts Amherst) के शोधकर्ताओं ने ऐसी ‘सुपर वैक्सीन’ (Super Vaccine) विकसित की है, जो कैंसर को शुरू होने से पहले ही रोक देती है।
यह वैक्सीन प्रयोगशाला में चूहों पर किए गए परीक्षणों में इतनी प्रभावी साबित हुई कि जिन चूहों को वैक्सीन दी गई, उन्हें कैंसर नहीं हुआ, जबकि बिना वैक्सीन वाले चूहे कैंसर से ग्रसित हो गए। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह खोज इंसानियत को कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
कैसे काम करती है यह ‘सुपर वैक्सीन’?
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह वैक्सीन शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को इतनी मजबूती से सक्रिय करती है कि वह असामान्य कोशिकाओं (Abnormal Cells) को पहचानकर नष्ट कर देती है – इससे पहले कि वे कैंसर का रूप ले सकें। यह वैक्सीन किसी एक प्रकार के कैंसर पर नहीं, बल्कि कई खतरनाक प्रकारों पर असर दिखाती है, जैसे
मेलानोमा (Melanoma) – त्वचा का गंभीर कैंसर,
पैंक्रियाटिक कैंसर (Pancreatic Cancer), और
ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer)।
प्रयोगों में पाया गया कि वैक्सीन लेने वाले अधिकांश चूहों में ट्यूमर के कोई लक्षण नहीं दिखे, जबकि बिना वैक्सीन वाले चूहों में कैंसर फैल गया।
कैंसर को बढ़ने और फैलने से भी रोकती है यह वैक्सीन
शोध में यह भी सामने आया कि यह सुपर वैक्सीन सिर्फ कैंसर बनने से ही नहीं रोकती, बल्कि पहले से मौजूद ट्यूमर को बढ़ने और शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलने से भी रोकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर यह वैक्सीन इंसानों पर भी उतनी ही कारगर साबित हुई, तो यह उन कैंसरों के लिए जीवनदान साबित हो सकती है जो मेटास्टेसिस (Metastasis) यानी शरीर के दूसरे अंगों जैसे फेफड़े, दिमाग या लिवर में फैल जाते हैं।
शरीर की अपनी कोशिकाओं से बनी यह वैक्सीन
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह वैक्सीन मानव शरीर की अपनी कोशिकाओं से तैयार की गई है। इसमें एक खास ‘सुपर एडजुवेंट’ (Super Adjuvant) का इस्तेमाल किया गया है, जो सामान्य वैक्सीन की तुलना में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कई गुना बढ़ा देता है। इस एडजुवेंट की वजह से शरीर की इम्यून कोशिकाएं (Immune Cells) कैंसर कोशिकाओं को जल्दी पहचानकर नष्ट कर देती हैं।
अभी शुरुआती चरण में है शोध
हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी साफ किया है कि यह खोज अभी प्रारंभिक स्तर (Early Stage) पर है। अब तक इसका परीक्षण केवल चूहों पर किया गया है। इंसानों पर ट्रायल शुरू होने में अभी समय लगेगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि
“अगर इंसानों पर भी वैक्सीन ने यही असर दिखाया, तो यह आने वाले दशकों में कैंसर को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।”
वैक्सीन की सुरक्षा, साइड इफेक्ट्स और सही डोज़ को लेकर भी अभी अध्ययन बाकी हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसानों में इसके इस्तेमाल से पहले कई सालों की और जांच व ट्रायल की जरूरत होगी।
क्या भविष्य में कैंसर हो जाएगा रोकने योग्य रोग?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह वैक्सीन सफल रही, तो यह कैंसर उपचार के इतिहास में वैसा ही मोड़ साबित हो सकता है जैसा पोलियो या स्मॉलपॉक्स वैक्सीन ने मानवता के लिए किया था। कैंसर अब तक दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में से एक है – हर साल लाखों लोग इससे अपनी जान गंवाते हैं। ऐसे में एक ऐसी वैक्सीन जो कैंसर को शुरू होने से पहले ही खत्म कर दे, निश्चित रूप से मानव स्वास्थ्य के इतिहास में क्रांतिकारी उपलब्धि होगी।
विज्ञान दिशा में बढ़ता कदम
यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के वैज्ञानिकों की यह खोज साबित करती है कि कैंसर को हराना अब सिर्फ सपना नहीं, बल्कि विज्ञान के ज़रिए हकीकत बनने की दिशा में बढ़ता कदम है। हालांकि मानव परीक्षणों में अभी लंबा रास्ता बाकी है, पर उम्मीद की किरण अब पहले से कहीं ज्यादा उजली दिख रही है।