अब फैकल्टी की मॉनिटरिंग: प्राेफेसर कब, किस कक्षा में पढ़ाएंगे, अगला लेक्चर कहां हाेगा, बाेर्ड पर लिखना होगा

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- When Will The Professor Teach In Which Class, Where Will The Next Lecture Be, Will Have To Be Written On The Board
इंदौरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक

शासकीय कॉलेजों में 30 फीसदी फैकल्टी भी क्लास नहीं लेती थीं, इसलिए उच्च शिक्षा विभाग ने उठाया कदम।
कॉलेजाें में समय पर क्लासेस कैसे लगें, कैसेे प्राेफेसर समय पर पढ़ाने पहुंचे, इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। इसमें कहा है कि सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी कॉलेजाें काे कैंपस में ही फ्लैक्स बाेर्ड लगाकर यह लिखना हाेगा कि किस प्राेफेसर को किस दिन, कितनी बजे, किस क्लास में पढ़ाएंगे। उनका अगला लेक्चर किस क्लास में कितनी बजे हाेगा।
हर क्लास का पूरा शेड्यूल जारी करना हाेगा। यही शेड्यूल वेबसाइट पर भी अपलाेड करना हाेगा। छात्राें के साेशल मीडिया ग्रुप पर भी भेजना हाेगा। यह पहली बार है जब विभाग फैकल्टी की सख्त मॉनिटरिंग के मूड में है। इससे यह स्पष्ट हाेगा कि काैन-सी फैकल्टी समय पर क्लास ले रही और काैन-सी नहीं।
प्राचार्य का जिम्मा है कि वे इन सब निर्देशाें का पालन करवाएं। छात्र के सामने एक-एक क्लास की स्थिति स्पष्ट रहेगी। जिस दिन काेई प्राेफेसर छुट्टी पर रहेंगे या शासकीय कार्य की वजह से अनुपस्थित रहेंगे, उनके बदले काैन-सी फैकल्टी पढ़ाएगी, यह अपडेट भी वेबसाइट व साेशल मीडिया ग्रुप पर करना हाेगा। अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ. सुरेश सिलावट का कहना है विभाग का आदेश संभाग के सारे कॉलेजाें में लागू करवाएंगे। मॉनिटरिंग भी करेंगे। इसके लिए सभी प्राचार्याें से अलग से चर्चा करेंगे।
बायोमेिट्रक अटेंडेंस लागू करने पर भी व्यवस्था में नहीं हुआ था सुधार
शासकीय कॉलेजाें में अभी आलम यह था कि लगभग 30 फीसदी फैकल्टी क्लास ही नहीं लेती थी। इसकी शिकायतें भी कई बार हुईं, लेकिन सिस्टम नहीं बदला। फैकल्टी की बायाेमेट्रिक अटेंडेंस व्यवस्था भी लागू की गई, लेकिन सिस्टम में ज्यादा बदलाव नहीं आया।
छात्राें काे यह जानकारी तक नहीं हाेती थी कि साेमवार से शनिवार किस दिन, काैन-सी फैकल्टी उन्हें पढ़ाने आएगी, लेकिन अब फ्लैक्स बाेर्ड परिसर में ही लगाया जाएगा। अगर बीच किसी का तबादला हाेता है या काेई फैकल्टी रिटायर्ड हाेती या किसी वजह से लंबी छुट्टी पर जाती है ताे प्राचार्य विभागाध्यक्षाें के साथ शेड्यूल काे अपडेट करेंगे।
सुधार की दिशा में उठाया कदम, जल्द दिखेगा इसका परिणाम
शिक्षाविदाें का कहना है यह सुधार की दिशा में अहम कदम है। इसका असर जल्द दिखेगा। पूर्व कुलपति प्राे. नरेंद्र कुमार धाकड़ का कहना है इससे पढ़ाई का माहाैल बनेगा, क्याेंकि ज्यादातर फैकल्टी क्लास लेती हैं लेकिन कुछ फैकल्टी की वजह से पूरा सिस्टम बिगड़ता है। वहीं छात्राें के सामने भी स्थिति स्पष्ट रहेगी, ताकि वे समय पर क्लास अटैंड कर सकें।
Source link