पहली बैठक में हंगामा: पीएफआई पर प्रतिबंध की मांग करने वाले जिलाध्यक्ष पर हमला

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गुना12 मिनट पहले

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गुना नगर पालिका गठन के बाद पहली परिषद की बैठक में पहले सभी नए सदस्यों ने अपना परिचय दिया और विकास कार्यों पर चर्ची की। करीब एक घंटे तक सब कुछ ठीक चलता रहा। जैसे ही जोन बना कर वार्डों में काम कराने का प्रस्ताव सदन में आया तो पार्षद कुर्सियों से खड़े हो गए और बोले कि हर वार्ड में 10 लाख के काम होने चाहिए। जबकि 9 वार्डों को मिलाकर एक जोन बनाया था, जिसमें सिर्फ 27 लाख के काम की बात कही थी।

वहीं बैठक के दौरान हुए हंगामे में कई भाजपा और कांग्रेस के पार्षद अध्यक्ष के पक्ष में तो कुछ खुले तौर पर विरोध में खड़े दिखाई दिए। इस दौरान 16 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। जिसमें से दो को लेकर विवाद गहराया था। इधर एक कांग्रेस पार्षद सचिन धुरिया खुलकर पार्षद के समर्थन में आ गए, जैसे ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया।

8 प्रस्तावों से कांग्रेस नहीं थी सहमत इसलिए हर बिंदु पर हंगामा : नगर पालिका परिषद की पहली बैठक में 1 से लेकर 7 बिंदुओं को लेकर कोई विरोध देखने को नहीं मिला। जैसे ही 8वां बिंदु पर चर्चा हुई तो हंगामा हो गया। नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ट, कांग्रेस पार्षद रश्मि शर्मा ने पुरजोर विरोध किया। दरअसल प्रस्ताव था कि 1 से लेकर 9 वार्ड का जोन बनाकर 27 लाख के काम होंगे, जबकि पार्षदों ने कहा कि हर वार्ड में 10 लाख के काम होने चाहिए। इसी तरह जोन बनाकर 37 वार्ड तक मरम्मत, डामरीकरण के कार्य का प्रस्ताव था।

पहली बार यह हुआ पार्षद पति हॉल में नहीं बाहर खड़े थे

  • परिषद की बैठक में पहली बार अजब नाराज देखने को मिला। पूर्व में होने वाली बैठकों में पार्षद पति शामिल होते थे। लेकिन इस बार कलेक्टर ने गाइड लाइन जारी की थी, जिसमें कहा था निर्वाचित पार्षद ही बैठक में आएंगे। यही वजह रही कि अध्यक्ष सविता गुप्ता खुद मौजूद रहीं। बैठक में शहर के हर वार्ड में विकास के मुद्दों पर चर्चा चली।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण एजेंसी को हटाने की मांग : वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में जनजागरूकता अभियान के तहत सर्वेक्षण करने वाले एजेंसी को हर साल 70 लाख का भुगतान किया जाता है। एजेंसी रखे जाने का प्रस्ताव जैसे ही उठा तो पार्षदों ने कहा फिर से टेंडर कराए जाएं।
  • सीएमओ ने पार्षदों की गिनती कर बहुमत बताया : वहीं परिषद हॉल में ही सीएमओ ईशांक धाकड़ ने 1 से लेकर सभी 16 कार्यों को लेकर पार्षदों का बहुमत बताया। अध्यक्ष सविता गुप्ता ने कहा कि 20 पार्षद सभी प्रस्ताव को लेकर सहमत थे। इस तरह करोड़ों के कार्य की मंजूरी मिली।
  • दो बिंदुओं पर सबकी हां थी : जज्जी बस स्टैंड पर रैन बसेरा का प्रथम तल निर्माण के लिए 49 लाख स्वीकृति और हॉकर्स कॉर्नर निर्माण के लिए 35 लाख की मंजूरी। इस पर सभी की सहमति थी।
  • परिषद में नियमों का उल्लंघन : नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ ने कहा कि कांग्रेस ने 8 से लेकर 15 बिंदुओं का विरोध दर्ज कराया था। वहीं कई अन्य पार्षद ने भी विरोध दर्ज कराया था इसलिए यह प्रस्ताव नियमानुसार मंजूर नहीं हुए।

इन्होंने जताया विरोध

बैठक में नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ, कांग्रेस पार्षद रामवीर जाटव, कृष्णा माैर्य, रश्मि शर्मा, महेश कुशवाह, तरुण सेन, अलीम खान, तरन्नुम खान, राममूर्ति कुशवाह, गीता कुशवाह ने कई प्रस्तावों पर विरोध दर्ज कराया। वहीं भाजपा के पार्षद कल्याण सिंह, सुनीता रघुवंशी, विमला साहू, तरुण मालवीय, अतुल गौड़ और संध्या सोनी भी प्रस्ताव के विरोध में थीं।

इनकी थी सहमति

शहर के 6 स्थानों पर संजीवनी क्लीनिक भवन का निर्माण प्रति दर 25 लाख, प्रधानमंत्री आवास के लिए विद्युतीकरण एवं सब स्टेशन का 3.86 करोड़ का कार्य, अमृत 2.0 जलप्रदाय योजना की 39 करोड़ की डीपीआर, सिंगवासा तालाब का वाटर रिजूवेशन 1.07 करोड़ के प्रकलन पर सभी पार्षद सहमत दिखे।

विकास में योगदान को लेकर धन्यवाद : नपाध्यक्ष सविता अरविंद्र गुप्ता ने उन सभी 20 पार्षदों को धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने शहर के विकास को लेकर करोड़ों रुपए के प्रस्ताव पर सहमति कर मंजूरी दी।

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