जान देकर दो युवकों को बचा गया रिटायर जवान: मानवता की ऐसी मिसाल पेश की, जिसका हर कोई कायल

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Morena
  • Presented Such An Example Of Humanity, Which Everyone Is Convinced, People Said That Ram Naresh Has Become Immortal

मुरैनाएक घंटा पहले

मुरैना में एक CFPF के एक रिटायर जवान ने मानवता की मिसाल पेश की है। उसने नदी में डूब रहे दो युवकों को डूबने से बचा लिया लेकिन स्वयं डूब गया। उसके डूबने की खबर चारों तरफ फैल गई। तुरंत एसडीएम व थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन किया। देर शाम उसकी लाश मिली जिसे देखकर सबकी आंखों में आंसू आ गए। घटना शुक्रवार की है। बता दें, कि माता बसैया क्षेत्र के अर्न्तगत भटपुरा परीक्षा गांव आता है। यहां आसन नदी बहती है। दोपहर लगभग 12 बजे फटपुरा गांव के मोड़ पर आसन नदी में नहाने के लिए दो युवक राहुल सिंह व सुनील सिंह गए थे। नहाते समय दोनों युवक गहरे पानी में चले गए। वहीं पर भटपुरा गांव निवासी रामनरेश सिंह मौजूद थे। दोनों युवको को डूबते देखकर रामनरेश सिंह ने बिना समय गवांए तुरंत नदी में छलांग लगा दी। उन्होंने सुनील का हाथ खींचकर उसे गहरे पानी से अलग कर दिया जिससे वह किनारे पर आ गया। वहीं दूसरी युवक राहुल नदी के तेज बहाव में गोता खाते हुए बहने लगा। यह देखकर फौजी रामनरेश सिंह तेज बहाव में चले गए और राहुल सिंह को सुरक्षित निकालकर बहाव व गहरे पानी से अलग कर दिया। राहुल सिंह को तेज बहाव से दूर करते-करते रामनरेश सिंह स्वयं तेज बहाव में फंस गए। वह अपने आप को निकाल रहे थे कि उनका पांव पानी के अन्दर झाड़ियों में फंस गया और वे वहीं डूब गए।

रेस्क्यू करती एनडीआरएफ की टीम

रेस्क्यू करती एनडीआरएफ की टीम

NDRAF की टीम ने पांच घंटे बाद निकाला शव
रामनरेश सिंह के डूबने के बाद चारों तरफ हाहाकार मच गया। लोगों ने तुंरत पुलिस को फोन कर दिया। तुरंत माता-बसैया थाना प्रभारी व एसडीएम मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तुरंत एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। एनडीआरएफ की टीम ने जब खोजा तो पांच घंटे खोजने के बाद रामनरेश सिंह का शव झाड़ियों में फंसा पाया।
रो रही थी हर किसी की आंख
जब NDRAF की टीम रामनरेश सिंह की लाश किनारे पर लेकर पहुंची तो हर किसी की आंख में आंसू थे। सभी की जुबान पर एक ही बात थी कि उन्होंने आज तक मानवता की ऐसी मिसाल नहीं देखी जहां एक व्यक्ति ने दो लोगों की जान बचाते हुए स्वयं को कुर्बान कर दिया। हर कोई व्यक्ति रामनरेश सिंह की बहादुरी व मानवता की मिसाल दे रहा था।

रेस्क्यू

रेस्क्यू

कहते हैं अधिकारी
रेस्क्यू करने पर पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रिटायर फौजी की लाश को खोजा जा सका है। लाश को परिजनों को सौंप दिया गया है।
रायसिंह नरवरिया, ASP, मुरैना

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button