अक्टूबर की बारिश का कहर: बारिश से फसलों में 80% तक नुकसान, सोयाबीन काली पड़ने से भाव कम, किसान बोले- लागत भी नहीं निकली

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Shivpuri
  • Up To 80% Loss In Crops Due To Rain, Soyabean Turns Black, The Price Is Low, Farmers Said The Cost Did Not Even Come Out

शिवपुरीएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

फसल पकने के वक्त अक्टूबर की शुरुआत में लगातार बारिश हाेने से किसानों को भारी नुकसान हुअा है। खेत सूखने के बाद फसलें काटने पर किसानों को 80% तक नुकसान सामने आ रहा है। कुछ जगह बीज काला पड़ने से भाव कम मिल रहे हैं। ऐसे में कई किसानों का कहना है कि उनकी लागत तक नहीं निकल पाई है। वहीं नदी व नाले किनारे के खेतों में बरसात का पानी भर जाने से पूरी फसल ही चौपट हो गई है। किसानों की फसल के साथ लागत भी डूब गई है।

दूसरी तरफ राजस्व विभाग अभी तक सर्वे रिपोर्ट जारी नहीं कर पाया है। प्रशासन अभी भी 10% से 15% तक ही नुकसान का आंकलन मानकर चल रहा है। ऐसे में सरकार से भी मुआवजे की ज्यादा उम्मीद नजर नहीं आ रही है। वहीं पिछले साल केंद्रीय सहकारी बैंक (सीसीबी) शाखा कोलारस में 80.52 करोड़ के गबन से पूरे जिले में हालात बदतर हैं। किसानों को साेसायटियों से उधार खाद भी नहीं मिल पा रहा है। फसलें बर्बाद होने से नगद में खाद के लिए किसान कर्ज तक के लिए भटक रहे हैं।

1. किसान चंद्रपाल ने बताया कि 5 बीघा में 12 हजार रु. का 1.50 क्विंटल सोयाबीन बीज बोया था। खाद 3 हजार रु., टैक्टर भाड़ा 4 हजार, दवा 5000 रु., कटाई 2 हजार सहित 26 हजार रु. लागत आई। लेकिन उत्पादन मात्र 5 क्विंटल रहा जिसकी कीमत 20 हजार रु. है। फायदे की बजाय लागत के रूप में 6 हजार रु. का नुकसान हो गया है। 2. किसान बैजनाथ साहू ने बताया कि 8 बीघा में मूंगफली बोई थी। डेढ़ क्विंटल दाना 15 हजार रु., 5 हजार रु. खाद व दवा, 3 हजार रु. जुताई, 4 हजार रु. मजदूरी सहित कुल 27 हजार खर्च आया। पकने के समय बरसात हो जाने से जमीन के अंदर ही दाने अंकुरित हो गए। आठ बीघा में मात्र 5 क्विंटल मूंगफली निकली है। बाजार में मात्र 12 से 15 हजार में बिकेगी। 3. किसान राजेंद्र गुप्ता ने 5 बीघा में 20 हजार की पूंजी लगाकर मूंगफली का उत्पादन लिया। लेकिन खेत में बरसात का पानी भरने से पूरी फसल ही सड़ गई। यानी लागत के बीस हजार रुपए भी डूब गए। इसी तरह साेयाबीन, मक्का, तिल्ली, उड़द आदि फसल का भी भारी नुकसान हुआ है।

नौ परिवारों की दिवाली फीकी, इनकी फसल सड़ गई, घरों में भी भर गया था पानी
भौंती कस्बे की अखाई नदी के पास पुलिया संकरी होने से खेतों के साथ घरों में भी पानी भर गया था। यहां रह रहे 9 परिवारों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। किसान कल्ली परिहार ने बताया हम 9 परिवारों की फसल खेतों में ही सड़ गई है। कल्ली के अनुसार, उसने साढ़े तीन बीघा में 80 किलो मूंगफली और 15 किलो उड़द की बोवनी की थी। खाद बीज मिलाकर 17 हजार रुपए खर्च आया था लेकिन एक भी दाना घर में नहीं आया। अब मजदूरी कर पेट पाल रहे हैं। पटवारी सर्वे कर गया है, लेकिन अभी कोई राहत नहीं मिली है। इस क्षेत्र में कल्ली सहित मोहन परिहार, संतोष परिहार, रमेश परिहार के घरों में दीवाली पर उदासी भरा माहौल है।

नुकसान का मुअावजा दिया जाएगा
“फसल नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है। हालांकि 15% से 20% नुकसान की बात सामने आ रही है। भौंती में बरसात का पानी घर व खेतों में भरा था, उनका तहसीलदार ने सर्वे कराया है। नुकसान के एवज में को मुआवजा स्वीकृत किया जाएगा।”
-बिजेंद्र सिंह यादव, एसडीएम, पिछोर

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button