विश्रोई समाज ने मनाया अगहन महोत्सव: वन्य प्राणियों और पर्यावरण शुद्धि की रक्षा का संकल्प लेते हुए हवन में दी आहुति

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हरदा40 मिनट पहले
जिले के नीमगांव में विश्नोई समाज हर साल अगहन महोत्सव मनाता है। जिसमें मध्य क्षेत्र में रहने वाले विश्नोई समाज के लोगों ने गुरु जम्भेश्वर महाराज के प्राचीन मंदिर में आचार्य डॉ गोवर्धनराम के मार्गदर्शन में वन्य प्राणियों और पर्यावरण शुद्धि की रक्षा का संकल्प लेकर हवन यज्ञ में आहुतियां छोड़कर विश्व और मानव कल्याण की कामना करते हैं।
नीमगांव स्थित गुरु जम्भेश्वर मंदिर मांगलिक भवन में शनिवार से पांच दिवसीय अगहन महोत्सव में जाम्भाणी हरिकथा और शब्दवाणी हवन यज्ञ शुरू हुआ। मंदिर परिसर में समाज के लोगों व आचार्य संत डा. गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री ने सुबह भगवान गुरु जंभेश्वर की शब्दवाणी से मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ किया। गुरु जम्भेश्वर द्वारा रचित 120 शब्दों का पाठ कर हवन यज्ञ में पर्यावरण की शुद्धि के लिए आहूतियां छोड़ी।
संत गोवर्धनराम ने बताया कि पाच दिन तक चलने वाले अगहन महोत्सव के दौरान सद्गुरु जम्भेश्वर की वेद वाणी और 29 नियमों की आचार सहिता को जन जन तक पहुंचाने, जड़ व चेतन दोनों प्रकार की सृष्टि की कामना को लेकर यह पर्व सालों से निरंतर मनाया जा रहा है। जिसमें एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में संस्कारों के साथ साथ पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों की रक्षा करने का संकल्प भी दिलाया जाता है। जिससे युवा पीढ़ी में बचपन से ही पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा की भावना विकसित हो सके।आयोजन के दौरान समाज के बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।जिसमे बच्चें अपनी प्रतिभा समाज के लोगो के बीच दिखा सके।
एकता का परिचय
पांच दिनों तक चलने वाले अगहन महोत्सव के दौरान विश्नोई समाज के लोगों के द्वारा रोजाना सफेद वस्त्र धारण कर नियमित समय पर अपने अपने गांवों से नीमगांव पहुंचकर आहुतियां छोड़ी जाती है। साथ ही दोपहर में प्रवचन सुने जाते है। यहां समाज के हर परिवार के बच्चे से लेकर बूढ़े भी आयोजन में हिस्सा लेकर सामाजिक एकता और भाई चारे का परिचय देते है।
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