पीएम मोदी की प्राथमिकता में आदिवासी समाज का उत्थान सर्वोपरि – सीएम साय

(फरसाबहार में स्नेक पार्क और तपकरा को तहसील बनाने की घोषणा)
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता में आदिवासी समाज का उत्थान शामिल है , उन्होंने देश के सर्वाेच्च पद राष्ट्रपति के लिये आदिवासी महिला को अवसर दिया। आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी है , छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री एक आदिवासी है , यह पीएम मोदी की सोच का ही परिणाम है। सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी सरकार का ध्येय वाक्य है। इसके माध्यम से हम विजन-2047 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने में आप सबके सहयोग से सफल होंगे।
उक्त बातें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के पमशाला में आयोजित अखिल भारतीय कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। इससे लोगों को राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। हमने पिछले एक साल में मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया है। सीएम साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी समुदाय के समग्र विकास और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिये पीएम जनमन , धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। उन्होंने इन योजनाओं में आदिवासियों की शिक्षा , स्वास्थ्य , पोषण आहार , रोजगार और मकान से लेकर हर जरूरत का ध्यान रखा है। छत्तीसगढ़ सरकार इन योजनाओं में तेजी से आदिवासी समुदाय को लाभान्वित कर रही है। हमारी सरकार आदिवासी समुदाय के साथ ही सभी वर्गों के जीवन में खुशहाली लाने और उनके उत्थान के लिये हरसंभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर फरसाबहार में स्नेक पार्क और तपकरा को तहसील बनाने और पमशाला के स्टेडियम के समतलीकरण के लिये बीस लाख रूपये की घोषणा की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने 87 करोड़ 31 लाख 98 हजार रूपये लागत के 507 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 85.08 करोड़ रूपये की लागत के 483 कार्यों का भूमिपूजन एवं 2.23 करोड़ की लागत से निर्मित 24 कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं। मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि आदिवासी कंवर समाज तेजी से विकास पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी दिशा और दशा पर लगातार चिंतन करता है, आपस में विचार-विमर्श करता है , कुरीतियों को दूर करता है , विकास के अवरोधों को चिन्हित करते हुये उन्हें दूर करने का जतन करता है , उस समाज को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि यह अवसर अपनी उपलब्धियों को साझा करने और एक दूसरे के अनुभवों से सीखने और एक दूसरे को प्रेरित करने का भी अवसर है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की श्रीमती गोमती साय ने कंवर समाज को विकास कार्यों के लिये बीस लाख रूपये देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी महेश्वर साय द्वारा लिखित पुस्तक ‘कंवर जनजाति के सामाजिक एवं आर्थिक विकास’ तथा ‘बदलता अबूझमाड़ एवं अन्य कहानियां’ का विमोचन किया।कार्यक्रम में पूर्व सांसद नंदकुमार साय , मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय , कंवर समाज के अध्यक्ष भरत साय सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।