नशे के डिमाण्ड एवं सप्लाई चेन को नियंत्रित करने की आवश्यकता – आईजी डा० संजीव शुक्ला

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
बिलासपुर – मादक पदार्थो से संबंधित प्रकरणों की विवेचना के दौरान अभियोजन संबंधी होने वाली त्रुटियों को दूर करने तथा एनडीपीएस. मामलों में शतप्रतिशत आरोपियों को सजा दिलाये जाने के उद्देश्य से बिलासपुर रेंज के पुलिस अधिकारियों तथा जिले के एएनटीएफ. के सदस्यों के लिये एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ के निर्देशन तथा पुलिस महानिरीक्षक, बिलासपुर रेंज के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रारंभिक उद्बोधन में एनसीबी. के रविशंकर जोशी असि. डायरेक्टर द्वारा प्रशिक्षण के महत्व तथा प्रशिक्षण सत्र में पढ़ाये जाने वाले विषयों पर प्रकाश डाला गया। डॉ. संजीव शुक्ला पुलिस महानिरीक्षक , बिलासपुर रेंज द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि नशा आज देश के लिये बड़ी चुनौती है , ये पूरे समाज को खोखला करता है। नारकोटिक्स में लगातार वृद्धि परिलक्षित हो रही है , इस पर रोक लगाने के लिये उनके द्वारा नशे के डिमाण्ड एवं सप्लाई चेन को नियंत्रित करने की आवश्यकता बताई गई। इसके लिये एनडीपीएस. मामलों की इन्ड टू इन्ड इन्वेस्टीगेशन के साथ फायनेंसियल इन्वेस्टिगेशन की कार्यवाही पर जोर दिये जाने कहा गया। इस दौरान उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को एनडीपीएस. मामलों की विवेचना में त्रुटिरहित विवेचना के लिये अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त करने निर्देशित किया गया , जिससे ऐसे मामलों में प्रक्रियात्मक त्रुटि के कारण दोषी को लाभ प्राप्त ना हो सके।

प्रशिक्षण कार्यशाला के चार सत्र रखे गये जिसमें एनडीपीएस. मामलों की जाँच , सिजर्र , सेम्पलिंग , फाईनेंशियल इंवेस्टीगेशन , डिस्पोजल आफ ड्रग एण्ड आनवेंस विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। उपरोक्त प्रशिक्षण के दौरान बिलासपुर रेंज के प्रशिक्षणार्थी के रूप में बिलासपुर रेंज के जिलों के नामांकित विवेचकों के सहित राजेन्द्र जायसवाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर , श्रीमती मधुलिका सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेंज पु.म.नि. कार्यालय बिलासपुर , एनसीबी. से रविशंकर जोशी असि. डायरेक्टर , अनिल कुमार सुपरिटेन्डेंट तथा अभियोजन विभाग से माखनलाल पाण्डेय , संयुक्त संचालक अभियोजन बिलासपुर संजय नामदेव , स्पेशल प्रासिक्युटर एनडीपीएस सूर्यकांत शर्मा एवं स्पेशल प्रासिक्यूटर एनडीपीएस. बिलासपुर उपस्थित रहे।