टीकमगढ़ के संजीव गुप्ता ने चित्रों में उकेरा इतिहास: अब अयोध्या के कनक भवन में दिखेगी श्रीरामराजा सरकार को ओरछा लाने की गाथा

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टीकमगढ़11 घंटे पहले
शहर के चित्रकार संजीव गुप्ता ने भगवान श्री राम को ओरछा लाने की कथा को चित्रों से फिर जीवंत कर दिया है। उन्होंने कोरोना के दौरान करीब डेढ़ साल में भगवान को अयोध्या से लाने की विभिन्न झांकियों को चित्रित किया है। उनकी यह पेंटिंग अब अयोध्या के कनक भवन में सजाई जाएगी।
शहर के सेल सागर चौराहा निवासी संजीव गुप्ता ने यह पेंटिंग कोरोना संक्रमण काल में बनाई हैं। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन में कोई काम नहीं था तो उन्होंने ओरछा के इतिहास और महिमा का अध्ययन किया। इस दौरान भागवान को अयोध्या से ओरछा लाने की कथा का चित्रण किया। संजीव ने बताया कि उस समय घर में उपलब्ध सामग्री, वाटर कलर से यह पेंटिंग बनाई।
रानी के अयोध्या जाने से लेकर ओरछा आने तक का वर्णन
इन चित्रों में संजीव ने दिखाया कि ओरछा रियासत की महारानी कुंवर गणेश श्रीराम के दर्शन की लालसा लेकर अयोध्या जाती हैं, जब कई दिनों की तपस्या के बाद भी भगवान के दर्शन नहीं होते तो वह सरयू नदी में छलांग लगा देती हैं। उन्हें नदी में बाल रूप में भगवान श्री राम के दर्शन होते हैं। वे साधु-संतों की मंडली के साथ अयोध्या से पैदल चलकर भगवान को ओरछा तक लाती हैं। संजीव गुप्ता ने बताया कि इस कथा को पेंटिंग का रूप देने में उन्हें करीब डेढ़ साल का समय लग गया।

अयोध्या के कनक भवन में लगेगी पेंटिंग
संजीव गुप्ता ने ओरछा रियासत के नाती राजा मधुकर शाह जूदेव से मुलाकात कर उन्हें अपनी पेंटिंग दिखाई। अपने पूर्वजों की गौरव गाथा देखकर नातीराजा भावुक गए। उन्होंने संदीप गुप्ता की प्रशंसा में एक पत्र लिखा और यह पेंटिंग अयोध्या के कनक भवन में लगाने की इजाजत दे दी। श्री गुप्ता ने बताया कि जल्द ही सभी पेंटिंग अयोध्या के कनक भवन में लगाई जाएंगी।
जिले के साधु-संतों ने की सराहना
संजीव गुप्ता ने अपनी यह पेंटिंग मलूक पीठाधीश्वर महंत श्री राजेंद्र दास जी महाराज, संत श्री रावतपुरा सरकार, महंत श्री किशोर दास जी महाराज, श्री सीताराम दास महाराज सहित अनेक साधु-संतों को भेंट की है। सभी ने उनके इस प्रयास की सराहना करते हुए प्रशंसा पत्र लिखा है।

संजीव गुप्ता ने ओरछा में विराजे भगवान श्रीरामराजा सरकार का दिव्य दरबार का चित्रण किया है।
500 साल पुरानी कथा को जीवंत किया
इतिहासकार हरिविष्णु अवस्थी ने बताया कि संवत् 1631 में रानी कुंवर गणेश भगवान श्री राम को बाल रूप में अयोध्या से ओरछा लेकर आई थी। इसका उल्लेख कई पौराणिक ग्रंथों में है। अब तक यह चित्रों के रूप में सामने नहीं आया है। आर्टिस्ट संजीव गुप्ता ने 500 साल पुराने इतिहास को पेंटिंग के माध्यम से नया रूप दिया है। इससे बहुत कम समय में इतिहास की जानकारी मिल सकेगी।

अयोध्या की सरयू नदी का वर्णन चित्रों में किया गया है।

से भगवान की प्रतिमा को ओरछा लेकर आती महारानी कुंवर गणेश।
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