चंबल में दहाड़ने वाले की उड़ी भूख-नींद: रात भर डकैत बदलता रहा करवटें, सिर्फ चाय-बिस्किट खाए, जबरदस्ती खिलाया दलिया

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- The Dacoits Kept Changing Their Sides Throughout The Night, Only Ate Tea biscuit, Forcefully Fed Porridge
ग्वालियर24 मिनट पहले
अस्पताल में भर्ती डकैत गुड्डा, उसकी निगरानी के लिए एक दर्जन पुलिसकर्मी तैनात हैं
- 12 घंटे अस्पताल में डकैत के कैसे गुजरे
एक दिन पहले तक ग्वालियर-चंबल की बीहड़ में दहाड़ने वाला डकैत गुड्डा गुर्जर के पुलिस गिरफ्त में आते ही नींद और भूख दोनों उड़ गई है। रात 11 बजे उसे ट्रॉमा में भर्ती किया गया, लेकिन सुबह तक वह सिर्फ दो घंटे ही सोया है। पूरी रात उसने करवट बदलते हुए निकाल दी। उसे भूख भी नहीं लग रही है।
पुलिस के हाथ से वह कुछ भी नहीं खा रहा है। सुबह उसे चाय के साथ बिस्किट दिया गया है। दवा खिलानी थी इसलिए उसके मना करने के बाद भी दलिया खिलाया गया। पुलिस उससे पूछ रही है उसे क्या खाना है बताए तो वह कुछ नहीं बोल रहा है। यह वही गुड्डा है जिसकी दहाड़ से अच्छे अच्छों की नींद उड़ जाया करती थी।

जंगल में सर्चिंग अभी भी जारी है
आज से ठीक 13 दिन पहले मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने 60 हजार रुपए के इनामी गुड्डा गुर्जर पर चंबल अंचल की पुलिस को लताड़ते हुए कहा था कि 23 साल से चंबल में गुड्डा सक्रिय है। इससे अंचल की छवि खराब होती है और विकास प्रभावित होता है। इसके बाद गुड्डा के सफाया के लिए मुरैना, श्योपुर की पुलिस जंगल में सर्चिंग कर रही थीं, लेकिन श्योपुर और मुरैन पुलिस सर्चिंग करती ही रह गई और डकैत गुड्डा ग्वालियर की क्राइम ब्रांच के हाथ लग गया। बुधवार रात पुलिस ने ग्वालियर के घाटीगांव में डाराखिरक व भंवरपुरा के बीच बसौटा के जंगल में डकैत गुड्डा को एनकाउंटर में पैर पर गोली मारकर गिरफ्तार किया। पर पुलिस की गिरफ्त में आते ही डकैत की दहाड़ खामोशी में बदल गई है। अब वह हर किसी को गौर से देख रहा है। पुलिस कुछ खाने को दे रही है तो कई बार चेक करके खा रहा है।
रातभर क्यों नहीं सोया डकैत गुड्डा
– डकैत गुड्डा की दहाड़ से ही जंगल के किनारे बसे गांवों में रहने वालों की नींद उड़ जाती थी। पर अब पुलिस गिरफ्त में दहशत के पर्याय गुड्डा की नींद उड़ी हुई है। रात 11 बजे से वह बेड पर लेटा रहा, लेकिन उसे नीद सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच दो घंटे की आई। इसके अलावा वह करवटें बदलता रहा। जबकि गोली लगने के बाद डॉक्टरों ने उसे दर्द न होने के लिए इंजेक्शन दिया था। उसके असर से बार-बार उसकी पलक झपक रही थी, लेकिन वह करवट ही बदलता रहा।
चाय-बिस्किट, दलिया खाया
– गुरुवार सुबह डकैत को पुलिस ने चाय-बिस्किट दिया। पुलिस ने पूछा कि वह नाश्ते में क्या खाता है, लेकिन डकैत का जवाब था भूख नहीं है। पुलिस की मंगाई चाय और बिस्किट उसने खा लिए। दो घंटे बाद 9 बजे उसे दवा देनी थी और उससे पहले कुछ ठोस आहर देना था। डकैत से पूछा क्या खाएगा तो उसने कुछ भी खाने से मना कर दिया। इसके बाद भी उसे दलिया खिलाया गया है। जिसके बाद उसे दवा दी गई।
पुलिस अफसरों ने की पूछताछ
– दोपहर डकैत को कोर्ट में पेश भी करना है। इसके लिए एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया अस्पताल पहुंचे हैं। उन्होंने डॉक्टरों से बात की है कि गुड्डा के क्या हाल हैं। वह कोर्ट ले जाने लायक है या नहीं। इसके साथ ही उसके साथियों के संबंध में पूछताछ की है।
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