Chhattisgarh

‘जीवनधारा नमामि गंगे’ ने रचा इतिहास: IIPA द्वारा प्रशिक्षित होने वाली देश की पहली गैर-सरकारी संस्था बनी

  • नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का भव्य आयोजन संपन्न

भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) के दिशा-निर्देशों के तहत, सम्बन्ध संस्था ‘जीवनधारा नमामि गंगे’ ने एक नया इतिहास रच दिया है। संस्था को भारत सरकार के प्रतिष्ठित संस्थान ‘भारतीय लोक प्रशासन संस्थान’ (IIPA), नई दिल्ली में एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने का गौरव हासिल हुआ है। यह भारत के इतिहास में पहली बार है जब IIPA जैसे विश्वस्तरीय संस्थान ने किसी गैर-सरकारी संगठन (NGO) को आधिकारिक रूप से प्रशिक्षित किया है।


ऐतिहासिक प्रशिक्षण कार्यशाला: माँ गंगा के प्रति समर्पण
इस उच्च स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य नमामि गंगे के पांच प्रमुख स्तंभों को धरातल पर उतारना था। IIPA के वरिष्ठ प्रोफ़ेसर विनोद कुमार शर्मा, रजिस्ट्रार अमिताभ रंजन, और एसोसिएट डॉ. साकेत बिहारी जी सहित विश्वविख्यात अधिकारियों और प्रोफ़ेसर्स ने संस्था के शीर्ष पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया।


कार्यशाला का मुख्य फोकस नमामि गंगे के 5 संकल्पों (पंचगंगा) पर रहा:
अविरल गंगा: नदी के प्रवाह को निरंतर बनाए रखना।
निर्मल गंगा: प्रदूषण मुक्त स्वच्छ जल।
अर्थ गंगा: नदी से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना।
जन गंगा: लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
ज्ञान गंगा: अनुसंधान और जागरूकता।
प्रशिक्षण में प्रदूषण में कमी, सीवेज ट्रीटमेंट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जैव विविधता संरक्षण, वनरोपण और जन-जागरूकता जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। इसका उद्देश्य जीवनधारा नमामि गंगे के सदस्यों को इतना सक्षम बनाना था कि वे भारत के कोने-कोने में नमामि गंगे प्रोजेक्ट का विस्तार कर सकें।
‘शिखर सम्मेलन’ में गूंजा विस्तार का संकल्प
IIPA में प्रशिक्षण से पूर्व, 24 नवंबर 2025 की संध्या को नई दिल्ली के करोल बाग स्थित गेस्ट हाउस में संस्था का भव्य ‘शिखर सम्मेलन’ आयोजित किया गया। इसमें CGC-15 (कोर ग्रुप) के अलावा शीर्ष 45 वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

सम्मेलन में संगठन के विस्तार प्रचार-प्रसार और प्रथम बार राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान चलाने पर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को सदन द्वारा ध्वनिमत से स्वीकार किया गया। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिओम शर्मा ने पूरे भारत से आए पदाधिकारियों और सदस्यों के समर्पण की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया और इसे माँ गंगा का आशीर्वाद बताया।

छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों की रही सक्रिय भागीदारी
इस ऐतिहासिक आयोजन में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर सहित पूरे भारत से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।


विशेष रूप से छत्तीसगढ़ से एक मजबूत प्रतिनिधिमंडल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई,जिसमें प्रमुख रूप से शामिल रहे:
प्रदेश अध्यक्ष:मनोज अग्रवाल
प्रदेश प्रभारी:गीता सिंह
प्रदेश सचिव: उमेश रस्तोगी
रामरतन श्रीवास (जांजगीर-चांपा)
श्रीमती संध्या शर्मा एवं कृष्ण कुमार शर्मा (पेंड्रा रोड)
मनीषा पाण्डेय (रायगढ़)
रिजवाना एवं क्षमा राजपूत (बिलासपुर)
कुल 45 वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ यह कार्यक्रम न केवल संस्था के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ, बल्कि माँ गंगा की अविरलता और निर्मलता के संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम भी बना।

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