MP में 300Kg प्याज के बदले मिले 2 रुपए: शाजापुर मंडी में किसान ने बेचा प्याज, कांग्रेस बोली- शिवराज जी, किसानों के बारे में सोचिए…

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भोपाल11 मिनट पहले
मध्यप्रदेश में प्याज के रेट किसानों की आंखों में आंसू ला रहे हैं। स्थिति ये हो गई है कि उन्हें मंडियों में बेहतर रेट मिलना तो दूर ट्रांसपोर्ट का खर्च भी बमुश्किल हो गया है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें किसान को 300 किलो प्याज के बदले सिर्फ 2 रुपए मिले। इस पर कांग्रेस ने चुटकी ली है। कांग्रेस नेता बोले कि शिवराज जी, किसानों के बारे में सोचिए..।
मामला शाजापुर सब्जी मंडी का है। यहां देवास जिले के ग्राम भुदानी का किसान जयराम 22 सितंबर को छह कट्टे प्याज बेचने पहुंचा था। इन कट्टों में करीब 300 किलो प्याज था। जिसे 80 पैसे से सवा रुपए प्रति किलो तक खरीदा गया। इस तरह कुल कीमत 330 रुपए बनी, लेकिन ट्रांसपोर्ट और हम्माली/तुलाई का खर्च निकालने के बाद किसान जयराम को सिर्फ 2 रुपए का ही भुगतान किया गया। यह मामला अब प्रदेशभर में सुर्खियों में आ गया है। इसे लेकर कांग्रेस भी सरकार को घेर रही है।
गांव से मंडी के बीच 280 रुपए लगा भाड़ा
प्याज की कीमत 330 रुपए में से व्यापारी ने 280 रुपए ट्रांसपोर्ट और 48 रुपए हम्माली/तुलाई का खर्च काट लिया और किसान को दो रुपए थमा दिए। समझा जा सकता है कि किसान को 300 किलो प्याज की कीमत सिर्फ दो रुपए मिली।

शाजापुर मंडी में किसान जयराम द्वारा बेचे गए प्याज का बिल। यह कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी वायरल किया है।
विधायक बोले- किसानों के बारे में सोचिए
मामले में कांग्रेस के सीनियर विधायक रवि जोशी ने भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का किसान प्याज के लेकर मंडी में बेचने गया। सारा खर्चा काटने के बाद उसके पास बचे केवल 2 रुपए। शिवराज जी, किसानों के बारे में सोचिए।
व्यापारी बोला- प्याज की क्वॉलिटी अच्छी नहीं थी
मामले में शाजापुर के प्याज व्यापारी शहादत खान से बात की गई। उन्होंने बताया, किसान जयराम जो प्याज लेकर आया, उसकी क्वॉलिटी ठीक नहीं थी। बावजूद उसे 80 पैसे से सवा रुपए किलो तक खरीदा। यदि अच्छी क्वॉलिटी हो तो 11 रुपए किलो तक बिक जाता। जयराम छह कट्टों में 300 किलो प्याज लेकर आया था। उसने एडवांस में 280 रुपए भाड़े के ले लिए थे। हम्माली और तुलाई का खर्च निकालकर बाकी पेमेंट जयराम को दिया है।
किसानों को रेट कम तो लोगों को महंगा क्यों?
मध्यप्रदेश की मंडियों में किसानों को अच्छी क्वॉलिटी के प्याज के अधिकतम रेट 11 से 12 रुपए मिल रहे हैं, जबकि मीडियम क्वॉलिटी का प्याज 5 से 10 और सबसे खराब क्वॉलिटी का प्यास 4 रुपए किलो से कम मिल रहे हैं। दूसरी ओर, आम लोगों को प्याज 20 से 25 रुपए प्रतिकिलो तक खाने को मिल रहा है। इसे लेकर भारतीय किसान संघ के नेता मुकेश पाटीदार ने बताया, मंडियों में मनमाने रेट दिए जा रहे हैं। व्यापारी मंडी टैक्स, कमीशन, हम्माली और तुलाई का खर्च किसान से लेते हैं। वहीं, बिचौलिये भी मंडियों में सक्रिय है। इस कारण किसानों को रेट कम मिलते हैं और आम लोगों को महंगा खाने को मिल रहा है। इस पर लगाम लगाई जानी चाहिए।
कृषि मंत्री बोले थे-ऐसी फसल उगाई क्यों, जिसके रेट कम मिलें
इसी महीने 8 सितंबर को शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल और धार जिले के सुनील पाटीदार नाम किसान का ऑडियो वायरल हो चुका है। जिसमें कृषि मंत्री बोले थे कि ऐसी फसल उगाई क्यों, जिसके रेट कम मिलें। इसके अलावा भी मध्यप्रदेश के कई जिलों में प्याज और लहसुन के रेट कम मिलने के कारण किसान प्रदर्शन कर चुके हैं।
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