गो माता को राष्ट्र माता घोषित करना आवश्यक – स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती

बिहार के हर जिले में होगा महाराजश्री का दौरा
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
मुम्बई – सनातन धर्म में गो हत्या महापाप है। गो हत्या करने वाले को समर्थन देने वाले को भी यह पाप लगता है। इसलिये सत्ता में आकर गो हत्या करने वाले राजनीतिक दलों को मत देकर उन्हें सत्ता में लाने वाले मतदाताओं को भी गो हत्या का पाप लग रहा है।
हिन्दूओं को इससे बचने और अपने मताधिकार का सही प्रयोग करने की आवश्यकता है। हमारे शास्त्र हमें बताते हैं कि गोमाता सर्वदेवमयी है और इनकी पूजा करने से तैंतीस करोड़ देवी – देवताओं की पूजा एक साथ हो जाती है। इनका स्थान सर्वोपरि है , तभी तो सनातन धर्म में देवता और गुरु के लिये नहीं , अपितु गोमाता के लिये पहली रोटी (गो-ग्रास) निकालने का नियम है।
उक्त उद्गार परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती 1008 ने आज मुम्बई के बोरीवली कोराकेन्द्र में आयोजित गोसंसद् के प्रदेश प्रभारियों की बैठक में व्यक्त किये। उन्होंने कहा हमारे देश का यह भी गौरवपूर्ण इतिहास रहा है कि चक्रवर्ती सम्राट् दिलीप , भगवान राम और भगवान कृष्ण ने भी गोसेवा की है। परन्तु बहुसंख्यक गो-पूजक सनातनियों के इस देश में आज गोमाता की हत्या हो रही है , जो हम सबके लिये कलंक है।इसी कलंक को भारत की भूमि से मिटाने के लिये पूर्व में भी अनेक सन्तों ने गोरक्षा आन्दोलन किया था। तब से लेकर अब तक अनेक सरकारें आयीं , लेकिन किसी ने भी गोहत्या बन्दी की उद्घोषणा नहीं की , बल्कि गो हत्या को बढ़ावा ही देती रहीं। महाराजश्री ने आगे नारा दिया कि – करे जो गोमाता पर चोट , हम कैसे दें उसको वोट ? हमारा धर्म हमें यह भी सिखाता है कि यदि हम गलत करने वाले का समर्थन करते हैं , तो हमें भी उस गलत कार्य को करने का पाप भोगना पड़ता है। यदि कोई सरकार गो हत्या कर रही हो और हम उसे वोट देकर अपना समर्थन देते हैं तो उसके द्वारा किये जा रहे गो हत्या का पाप हमें भी लगेगा।
इसीलिये हम गो भक्त सनातनी हिन्दूओं से यह कहना चाहते हैं कि आप गो हत्यारी पार्टियों को अपना अमूल्य वोट देकर गोहत्या के महापाप के भागी ना बनें। देश में होने वाले चुनाव में कौन-सी पार्टी कब सत्ता में आयेगी , यह कभी भी पहले से नहीं कहा जा सकता।इसलिये आप सब यह स्पष्ट निर्णय कर लें कि जिस भी पार्टी की सरकार बनें , उसे शपथ-ग्रहण करते ही सबसे पहला कार्य गो हत्या बन्द कराकर गाय को राष्ट्र माता घोषित करना होगा। आपके द्वार पर जो भी वोट लेने आये , उनसे आप यह कह सकते हैं कि गो हत्या ना करने का शपथ-पत्र लिखित रूप से देने पर ही वोट दिया जायेगा , ताकि आपको स्वयं गो हत्या का पाप ना लगे। बताते चलें परमाराध्य शंकराचार्यजी महाराज इस समय मुम्बई में चातुर्मास्य व्रत कर रहे हैं। भाद्रपद पूर्णिमा को सीमोल्लंघन के बाद वे मध्यप्रदेश के परमहंसी गंगा आश्रम में अपने ब्रह्मलीन सद्गुरुदेव द्विपीठाधीश्वर स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वतीजी महाराज के आराधना महोत्सव के लिये प्रस्थान करेंगे और वहाँ से वे सीधे बिहार के लिये रवाना होंगे। शंकराचार्यजी के आगमन से पहले उनकी गौ भक्त सेना पूरे बिहार में गाय के प्रत्याशी को वोट देने को प्रेरित करेगी। इसके बाद जब शंकराचार्यजी महाराज का बिहार आगमन होगा तो वे बिहार के हर जिले में दौरा करते हुये “गो मतदाता संकल्प सभा” को सम्बोधित करेंगे।




